कल्याण सिंह पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले राजस्थान के चौथे राज्यपाल बन गए हैं। वह राज्य में 1967 के बाद कार्यकाल पूरा करने वाले पहले राज्यपाल हैं।
बता दें कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सिर्फ तीन अन्य राज्यपालों ने राज्य में अपना कार्यकाल पूरा किया है। सवाई मानसिंह ने राज्यपाल के रूप में 30 मार्च 1949 से 31 अक्टूबर 1956 तक सेवाएं दीं। गुरुमुख निहाल सिंह ने एक नवंबर 1956 से 15 अप्रैल 1962 तक और संपूर्णानंद ने 16 अप्रैल 1962 से 15 अप्रैल 1967 तक सेवाएं दीं। संपूर्णानंद इस विशिष्टता को हासिल करने वाले राज्य के अंतिम राज्यपाल थे।
इसके बाद से राज्य में करीब 40 राज्यपाल नियुक्त किए गए, लेकिन किसी ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया। सत्रह को विभिन्न राज्यों से लाया गया और संक्षिप्त कार्यकाल के लिए प्रभार दिया गया। कुछ स्थानांतरित कर दिए गए, जबकि कुछ अन्य ने केंद्र में सरकार बदलने के कारण इस्तीफा दे दिया। चार राज्यपालों की पद पर रहने के दौरान मौत हो गई।
इस तरह से राजस्थान के राज्यपाल का कार्यकाल पूरा नहीं करने को ‘बदकिस्मती’ से जोड़ा जाने लगा था। 52 साल बाद कल्याण सिंह इस ‘बदकिस्मती’ को तोड़ने में सफल हुए हैं।