भाजपा से निष्कासित पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद की गयी टिप्पणी के बाद देश में कई जगह असामाजिक तत्वों ने जहरीला भाषण देकर समाज आग लगाने की कोशिश की थी। लेकिन वोटबैंक के चलते पुलिस ने तत्काल उन पर कोई कार्रवाई नही थी, जो राज्य सरकारों की किरकिरा का कारण बनी। ऐसा ही एक टिप्पणी राजस्थान पुलिस की मौजूदगी में नदीम अख्तर नाम के जहरीले मौलवी ने की थी। प्रर्दशन के दौरान मौलाना मुफ्ती नदीम अख्तर ने अपने भाषण के दौरान भडकाऊ बाते बोलते हुए आंखे निकालने और सिर काटने की बात कही थी।।
28 दिन बाद किया गया गिरफ्तार
इस जैसी खबरों ने काफी सुर्खिया बटोरी थी। लेकिन कन्हैयालाल के कत्ल के बाद जहर उगलने वाले मौलाना मुफ्ती नदीम अख्तर को 28 दिन बाद गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मौलवी ने नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर पर की गई टिप्पणी के बाद बूंदी में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था।
हिंदू संगठनों के विरोध के बावजूद गिरफ्तार नही कर पाई थी राजस्थान पुलिस
वैमनस्य भरा बयान देने वाले मौलाना नदीम अख्तर के खिलाफ हिंदू संगठनों ने विरोध दर्ज करवाते हुए बूंदी कोतवाली थाने में शिकायत दी थी। जिसपर पुलिस ने सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने, भड़काऊ भाषण देने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया था। लेकिन प्रकरण दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपी मौलाना को गिरफ्तार नहीं किया था। जिससे हिंदू संगठनों में काफी रोष भी देखने को मिला था। इसी कारण आज सियासी दल भी सीएम गहलोत कन्हैयालाल की हत्या के बाद घेर रहे हैं।
कन्हैयालाल के कत्ले के बाद उठी थी जहरीले मौलाना की गिरफ्तारी की मांग
राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की नृशंसता के साथ हत्या करने के बाद से ही राजस्थान में कई जगहों पर हिंदू संगठनों की ओर से प्रदर्शन किया गया जिसमें इस जहरीले मौलाना को भी गिरफ्तार करने की मांग ऊठी ।