राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने प्रदेश और देश के कुछ अन्य हिस्सों में हुई सांप्रदायिक झड़पों की पृष्ठभूमि में सोमवार को कहा कि इन हालिया घटनाओं के पीछे साजिश है और अगर केंद्र सरकार आगे आए तो सब सामने आ जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक …
गहलोत ने उदयपुर में प्रस्तावित ‘नवसंकल्प चिंतन शिविर’ के संदर्भ में कहा कि इस बैठक से कांग्रेस की विचाराधारा को लेकर एक विमर्श बनेगा। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि चिंतन शिविर से देश में एक विमर्श बनेगा कि कांग्रेस की विचारधारा गांधी जी, पंडित नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल के समय की है। अंबेडकर ने संविधान बनाया। यह सब इसका आधार है कि देश 70 साल तक अखंड रहा है और देश उनकी नीतियों पर आगे चला तथा आधुनिक भारत बना।’’ उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और बेअंत सिंह ने देश के लिए जान दी और देश टूटने नहीं दिया।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की जांच बैठाइये ताकि मालूम पड़े कि दंगे क्यों हुए
गहलोत का कहना था, ‘‘आज पूरे देश में चिंताजनक हालात हैं क्योंकि हर व्यक्ति डरा हुआ, सहमा हुआ है, हिंसा का माहौल बन गया है, दंगे भड़काए जा रहे हैं। मैंने अमित शाह जी से मांग की थी कि आप उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की जांच बैठाइये ताकि मालूम पड़े कि दंगे क्यों हुए, किसने करवाए और किसी साजिश है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज माहौल ऐसा है कि एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जा रही है, क्या-क्या तमाशा हो रहा है? पंजाब का, दिल्ली का आपने देखा, राजस्थान की पुलिस को दिल्ली तक आना पड़ा। अब जो स्थिति बन रही है आप खुद देख रहे हैं । बहुत ही अजीब स्थिति बन रही है, माहौल अजीब बन रहा है, ये रोकने का वक्त है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा और आरएसएस के लोगों से कहना चाहूंगा कि आपको लोग सत्ता में बैठे हैं, लेकिन हम कोई आपस में दुश्मन हैं क्या ? यह विचारधाराओं की लड़ाई है। सरकारें बदलती रहती हैं। लेकिन ये लोग जिस तरह से दंगे भड़का रहे हैं, उसमें साजिश की बू आती है। यह सामने आएगा। केंद्र सरकार आगे आए तो तो यह सामने आना आसान हो जाएगा कि सात राज्यों में दंगे एक ही तरह से होना क्या मायने रखता है।’’