राजस्थान की सियासत इस हद तक पहुंच गई है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को सरेआम निकम्मा और नकारा तक करार दिया। उनके इस बयान पर पायलट ने प्रतिक्रिया दिए हुए कहा कि यह सब मेरी छवि को खराब करने के लिए किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने खुद पर आरोप लगाने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही।
कांग्रेस के विधायक गिरिराज सिंह के आरोपों पर बोलते हुए पायलट ने कहा कि ‘मैं दुखी हूं, लेकिन मेरे खिलाफ लगाए जा रहे ऐसे आधारहीन, घिनौने आरोपों को लेकर आश्चर्यचकित नहीं हूं।’ पायलट ने आगे कहा, ‘मैं आरोप लगाने वाले विधायक के खिलाफ उचित, सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करूंगा। मुझे यकीन है कि मेरी छवि को खराब करने के लिए मुझ पर इस तरह के और भी संगीन आरोप लगाए जाएंगे।’
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उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह से मुझे बदनाम करने और राजस्थान के पार्टी नेतृत्व के खिलाफ कांग्रेस के सदस्य और विधायक के रूप में उठाई गई वैध चिंताओं से ध्यान हटाने के लिए किया गया है। इस प्रयास का उद्देश्य मुझे बदनाम करना और मेरी विश्वसनीयता पर हमला करना है।’
कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने सोमवार को आरोप लगाया कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने के बारे में चर्चा की थी। इसके साथ ही मलिंगा ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि उन्हें पैसों की पेशकश की गई थी।
वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने बागी नेता सचिन पायलट के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के रूप में इतना मान-सम्मान मिला वही पार्टी की पीठ में छुरा भोंकने का तैयार हो गया। उन्होंने पायलट पर राज्य सरकार को गिराने का षडयंत्र रचने का आरोप लगाया।