राजस्थान के अलवर में मानसिक रूप से विक्षिप्त लड़की से कथित दुष्कर्म मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है। राज्य सरकार जल्द ही केंद्र सरकार को सीबीआई जांच की सिफारिश भेजेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ रविवार को हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा था कि यदि पीड़िता का परिवार चाहेगा, तो मामले की जांच सीआईडी या सीबीआई या किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से करवाने को तैयार हैं।
बदहाल अवस्था में मिली किशोरी
यह निर्णय रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अभय कुमार, पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि 14 वर्षीय किशोरी मंगलवार रात अलवर जिले में मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में एक पुल पर बदहाल अवस्था में मिली थी। उसका जयपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गहलोत का ट्वीट
मुख्यमंत्री गहलोत इस मामले में ‘‘राजनीतिक रोटियां सेंकने’’ को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को शनिवार को आड़े हाथ लिया था। गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘राज्य की पुलिस मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कर रही है। यदि फिर भी परिजन किसी विशिष्ट अधिकारी या सीआईडी, क्राइम ब्रांच, एसओजी अथवा सीबीआई से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे, तो राज्य सरकार इसके लिए भी तैयार है। सरकार की नीयत साफ है कि इस मामले में स्वतंत्र जांच हो एवं इस घटना की वास्तविकता सामने आए।’’
भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को पीड़िता के परिवार से मिलने उसके गांव गया था। भाजपा ने इस घटना के विरोध में 17 एवं 18 जनवरी को राज्य के सभी मंडलों पर