राजस्थान में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गहलोत सरकार ने एक ऐलान किया है। सरकार ने ग्रामीण इलाकों के लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण का जल्दी पता लगाने के लिए एंटीजन जांच करवाने का फैसला किया है। राज्य के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डा रघु शर्मा ने बुधवार को यह जानकारी दी।
शर्मा ने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है जो राज्य सरकार के लिए चिंता का कारण है। उन्होंने कहा कि हालात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एंटीजन टेस्ट करवाने का फैसला किया है। मंत्री ने कहा, ‘ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व अन्य अस्पतालों में एंटीजन टेस्ट किए जाएंगे ताकि ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की जांच हो सके। एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट आधे घंटे में आ जाती है।
इसमें जो संक्रमित पाए जाने वालों को पृथक-वास में भेज कर उपचार शुरू कर दिया जाएगा, जबकि जिन लोगों में लक्षण है लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी उनकी आरटीपीसीआर जांच करवाई जाएगी। मंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण का ब्रिटेन स्वरूप (स्ट्रेन) पाया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य से भेजे गए जिनोम सिक्वेंसिंग के नमूनों की जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर जिनोम सिक्वेंसिंग का काम अब जयपुर में ही शुरू करने का फैसला किगया है।
शर्मा ने कहा,’ अब हम हमने फैसला किया है जिनोम सिक्वेंसिंग का काम जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में शुरू किया जाए। विभाग के अधिकारी इस काम में जुट गए हैं।’ उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोरोना वायरस के 2,05,730 मरीज उपचाराधीन हैं। राज्य में इस घातक वायरस से अब तक कुल 5,994 लोगों की जान जा चुकी है।