राजस्थान में सियासी घमासान जारी है। राजभवन से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और समर्थक विधायकों ने धरना खत्म कर दिया है। मगर इस बीच अब राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम गहलोत को पत्र लिखा है। पत्र में कलराज मिश्रा ने राजभवन के घेराव पर सवाल उठाए है। राज्यपाल ने कहा कि आप और आपका गृह मंत्रालय राज्यपाल की सुरक्षा भी नहीं कर सकता है क्या। राज्य में कानून- व्यवस्था की स्थिति पर आपका क्या मत है।
राज्यपाल ने कहा कि मैं विधानसभा सत्र के संबंध में विशेषज्ञों से चर्चा करता, आपने सार्वजनिक रूप से कहा कि यदि राजभवन का घेराव होता है तो यह आपकी जिम्मेदारी नहीं है। राज्यपाल ने कहा कि इससे पहले उन्होंने कभी किसी मुख्यमंत्री का ऐसा बयान नहीं सुना। साथ ही पत्र में राज्यपाल ने लिखा कि क्या राज्पाल की सुरक्षा के लिए किस एजेंसी से संपर्क किया जाना चाहिए? क्या यह एक गलत प्रवृत्ति की शुरुआत नहीं है। जहां विधायक राजभवन में विरोध प्रदर्शन करते हैं?
वहीं, राजभवन से धरना खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात 9:30 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक बैठक जारी है। इसी बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम को पत्र लिखा है।
बता दें कि शुक्रवार को विधानसभ सत्र बुलाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना विधायकों के साथ राजभवन पहुंच कर राज्यपाल से मिलने गए थे। जहां मांग न पूरी होने तक कांग्रेस विधायकों ने राजभवन में ही धरना देने शुरू कर दिया। गहलोत समर्थक विधायकों ने राजभवन में नारेबाजी भी की।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गहलोत ने कहा कि राज्यपाल मिश्र ऊपर से दबाव के कारण विधानसभा सत्र नहीं बुला रहे हैं। राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा सचिन पायलट सहित 19 विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के नोटिस पर रोक लगा दी गई । जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की गई है।
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार की शाम कहा कि राज्य में उल्टी गंगा बह रही है जहां सत्ता पक्ष खुद विधानसभा का सत्र बुलाना चाहता है और विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि हम तो इसकी मांग नहीं कर रहे।