राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि संविधान ने हमें अधिकार और कर्त्तव्य दोनों दिये है, लेकिन मौलिक अधिकारों के साथ कर्त्तव्यों का भी बोध होना जरूरी है। श्री मिश्र मंगलवार को यहां राजभवन में संविधान दिवस पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले सचिव सुबीर कुमार ने 70वें संविधान दिवस पर श्री मिश्र के समक्ष 70लोगों को संविधान की प्रस्तावना का वाचन करवाया।
इस अवसर पर श्री मिश्र ने डॉ भीम राव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्वाजंलि अर्पित करने के बाद कहा कि भारत की शासन प्रणाली कैसी होगी, राष्ट्र के विधि – विधान क्या होंगे, इनका उल्लेख संविधान में किया गया है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के स्वरूप और संरचना को संविधान में बताया गया है। संविधान की मूल भावना प्रस्तावना में है। उन्होंने कहा कि संविधान की मूल भावना के अनुरूप भारत के नागरिकों को अनुच्छेद 51क में उल्लेखित कर्त्तव्यों के अनुरूप आचरण एवं व्यवहार करना होगा।