राजस्थान के दक्षिण क्षेत्र में 28 नवम्बर से शुरू हुआ भारतीय सेना का अभ्यास 'सिंधु सुदर्शन' बुधवार को संपन्न हो गया। दक्षिणी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी ने सोमवार-मंगलवार को अभ्यास की समीक्षा की। सुदर्शन चक्र क्राप के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र धिमरी ने उन्हें अभ्यास के बारे में जानकारी दी।
सेना के प्रवक्ता कर्नल सोंबित घोष ने बताया कि अभ्यास में पश्चिमी मोर्चे पर सेना की संचालन योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण अवधारणाओं को मान्य किया गया। एकीकृत अभ्यास में मशीनी बलों, पैदल सेना, तोपखाने और अन्य बल के गुणकों जैसे ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण प्रणाली का उपयोग शामिल था।
उन्होंने कहा कि सेना के स्वदेशी सशस्त्र उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों रूद्र को भी पूरी तरह से एकीकृत तरीके से भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों के साथ लगाया गया था। अभ्यास के दौरान रेडियो ट्रंक सिस्टम और उपग्रह आधारित संचार को भी प्रदर्शित किया गया।