तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हादसे में जनरल बिपिन रावत समेंत जान गवाने वाले 13 लोगों में राजस्थान के कुलदीप सिंह भी शामिल है। स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह राज्य के झुंझुनूं जिले के सिंघाना कस्बे के निकट घरडाना खुर्द गांव के निवासी थे। सिंह सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर के सह पायलट थे। वह 2013 में वायुसेना में भर्ती हुए थे।
दो वर्ष पहले ही हुई थी शादी
कुलदीप के पिता रणधीर सिंह राव भी भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने अपने पिता के साथ रहकर मुंबई में ही बीएससी-आईटी की पढ़ाई की थी। फिर वायु सेना में भर्ती हो गए थे। दो साल पहले ही उनकी शादी मेरठ में यशवनी ढाका के साथ हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत है। उनकी मां कमला देवी ग्रहणी है। फिलहाल उनका परिवार जयपुर में रहता हैं। कुलदीप सिंह के शहीद होने की घटना के बाद घरडाना खुर्द गांव में गमगीन माहौल है। घर पर रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों का जुटना शुरू हो गया है। परिजनों का कहना है की उनका पार्थिव शरीर देर शाम तक पहुंच सकती है। सिंह के चचेरे भाई राजेंद्र राव ने बताया कि, उनका स्वभाव बहुत ही सरल एवं मिलनसार था कोई भी उनके पास जाता था तो इतना मन रखता था कि जाने को मन भी नहीं करता था।
पूरे गांव के लाडले थे कुलदीप
शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के बारे में उनके चचेरे भाई ने बताया कि, कुलदीप को क्रिकेट खेलने का शौक था वह स्कूल लेवल तक क्रिकेट खेल चुके थे। ग्रामीणों ने बताया कि, कुलदीप पूरे गांव के लाडले थे। वह बच्चों को देश भक्ति की भावना का पाठ पढ़ाते थे। घरडाना खुर्द के सरपंच उम्मेद सिंह राव ने बताया कि, लाडले को खोने का गम हर किसी को है। झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक में विभिन्न संगठनों की ओर से जनरल रावत एवं जान गंवाने वाले सभी सपूतों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।