राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि पुलिस ने पिछले एक महीने में ‘‘झुकेगा नहीं’’ दृष्टिकोण से काम किया, जिसके कारण अपराधों में 10 प्रतिशत की कमी भी आयी है।
गुंडे और हिस्ट्रीशीटर अब अंहिसा का राग अलाप
गहलोत ने कहा, ‘‘मैंने देखा है पिछले डेढ़ महीने से चलाये जा रहे पुलिस अभियान के कारण गुंडे और हिस्ट्रीशीटर अब अंहिसा का राग अलाप रहे हैं। पहले जिनके दिन की शुरूआत अपराध से होती थी, वो हाथ जोड़े पुलिस और जनता से माफी मांगते घूम रहे हैं.. यह मैने मीडिया में देखा है।
इरादों को नेस्तानबूद कर दिया जायेगा
उन्होंने माफिया और बदमाशों को चेतावनी देते हुए कहा, जो माफिया-बदमाश अब भी जेल से बाहर हैं, आज मैं पुलिस दिवस के अवसर पर उन्हें भी चेतावनी देना चाहता हूं कि या तो वे जल्द से जल्द खुद पुलिस के सामने आत्मसर्पण करें, वरना उनका हाल भी वही होगा, जो बाकियों का हो रहा है। उनके इरादों को नेस्तानबूद कर दिया जायेगा।
बेइमानी करेंगे तो जनता उनको पहचान लेती
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के मजबूत इरादों और नवाचारों से आमजन में विश्वास बढ़ा है और अपराध नियंत्रित होने के साथ जांच समय में भी कमी आई है। पुलिस के ध्येय वाक्य ‘आमजन में विश्वास-अपराधियों में भय‘ जनता में साकार होता दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिसकर्मियों को अपनी पब्लिक इमेज का पूरा ख्याल रखना होगा..आप अच्छी तरह से समझ लीजिये की जनता सब जानती है.. कोई गलत काम या बेइमानी करेंगे तो जनता उनको पहचान लेती है, इसलिये आपको छवि अपनी साफ रखनी चाहिए।
चुनाव का वर्ष होने के कारण से हमें अधिक चौकन्ना रहना
उन्होंने कहा कि पुलिस की वर्दी खाकी इसलिये भी है कि उसमें आसानी से कोई दाग ना लग सके, इसको बेदाग रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनावी वर्ष है और अनुभव कहता है कि कई जगह ऐसे तत्व हैं जिनका संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों में विश्वास नहीं होता। ऐसे लोग असामाजिक तत्व होते हैं, जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं और चुनाव का वर्ष होने के कारण से हमें अधिक चौकन्ना रहना है।
जनहित में कार्रवाई करे
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतें भी हावी होकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करती हैं आपको सचेत होकर ऐसे लोगों के खिलाफ जनहित में कार्रवाई करनी है। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पुलिस के सुदृढ़ीकरण, आधुनिकीकरण और दक्षता बढ़ाने की दिशा में अहम फैसले लिए गए हैं।
कोरोना संक्रमण के दौरन पुलिस का मानवीय रूप देखा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण समय में पुलिस का मानवीय रूप देखने को मिला। उन्होंने घर-घर खाना पहुंचाने के साथ सुरक्षित माहौल कायम रखकर अपनी जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में चुनौतियों से हमारा सामना होगा।उन्होंने कहा कि संवेदनशील राज्य सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश के विकास में इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि अब 24 अप्रैल से प्रदेशभर में महंगाई एवं राहत शिविरों का आयोजन किया जायेगा ।
शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को किया नमन
इससे पहले मुख्यमंत्री ने पुलिस शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को नमन किया। उन्होंने परेड ग्राउंड में परेड निरीक्षण करते हुए पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ाया। समारोह में पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मी आमजन की रक्षा और सेवा के लिए हमेशा कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सजग प्रहरी की भूमिका में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है।