राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलच अपनी सियासी खींचतान को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। एक बार फिर राज्य में फिर निकम्मा शब्द की गूंज चारों ओर सुनाई दे रही है। इसी कड़ी में गहलोत ने ‘निकम्मा’ शब्द की परिभाषा ही समझाई और कहा कि जब पड़ोस में जब दो बच्चे झगड़ा करते हैं तो एक पड़ोसी दूसरे पड़ोसी से कहता है कि पता नहीं क्या कर दिया। निकम्मा है। नाकारा है। यही तो कहते हैं। अपने बच्चे के लिए। वो ही बात मैं कहता हूं। ये निकम्मा है। नाकारा है। ये बात कही बार प्रेम से भी कही जाती है।
अशोक गहलोत ने पलटवार किया
मौलूम हो बीते दिन सचिन पायलट निकम्मे वालें बयान पर हमला किया। तो आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया। गहलोत ने नाम तो लिया बीजेपी के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत का, मगर निशाने पर सचिन पायलट ही थे। सचिन पायलट के निकम्मा वाले बयान पर गहलोत ने कहा कि बच्चा समझकर बोल देते हैं। कोई अपना गलती करता है तो डांट लगाने के लिए बोलते हैं। बुरा मान जाते है।
गहलोत बोले- सरकार परियोजना को पूरा करेगी
सीएम गहलोत ने जयपुर के बिडला सभागार में कहा- मैं घोषणा करना चाहूंगा, अगर भारत सरकार ने पूर्वी राजस्तान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया तब भी राजस्थान सरकार इस परियोजना को पूरा करेगी। उल्लेखनीय है कि सीएम गहलोत ने ईआरसीपी को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा था। गहलोत ने कहा कि कैसे जलशक्ति मंत्री है जो राजस्थान को हक नहीं दिलवा पाए। पीएम मोदी ने वादा किया थ, लेकिन शेखावत को वादा याद नहीं रहा। शेखावत अब्सेंट माइंड है। राजस्थान के लिए कुछ नहीं किया। सीएम गहलोत ने साल 2020 में पायलट की बगावत के समय सचिन पायलट को नाकारा बताया था।