राजस्थान की सियासत में भूचाल आ गया है, जहां एक तरफ गहलोत और पायलट गुट के नेता विधायक एक दूसरे के ऊपर बयानबाजी करते रहते है। वही, दूसरी तरफ अब सचिन पायलट ने गहलोत कैंप में ही बड़ी सेंधमारी की है, जिस वजह से सीएम की मुश्किलें बढ़ सकती है और उनके सभी दांव-पेंच उलटे पड़ सकते है। दरअसल, पायलट ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। जिसके बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार खाचरियावास सीएम गहलोत के करीबी माने जाते है। ऐसे में आधी रात को पायलट का उनके घर जाना गहलोत को बड़ी समस्या में डाल सकता है। खाचरियावास ने अपनी इस मुलाकात पर कोई सीधा बयान नहीं दिया है। बल्कि उन्होंने बातों को घुमाते हुए कहा, ‘ मेरा और उनका मिलना कोई नई बात नहीं है। हम दोनों विधानसभा में एक ही सीट पर बैठते है। हाँ, हम काफी समय बाद मिले, लेकिन कुछ खास चर्चा नहीं हुई है। ‘
पायलट जब चाहे घर आ सकते है : मंत्री
वही, खाचरियावास ने आगे कहा,’वो मेरे घर आएंगे तो हम उनसे बात नहीं करेंगे क्या ? या भजन-कीर्तन करेंगे। नहीं न। हमने भी बात की है। लेकिन, वो बताने लायक नहीं है। वो पार्टी के बड़े नेताओं में से एक है। जब चाहे घर आ सकते है। ‘ बता दें, मंत्री ने अपने पायलट के मुलाकात पर ज्यादा कुछ भी नहीं कहा है, जबकि पायलट की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ी
बता दें, गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए पायलट को सीएम बनाया जा रहा था, लकिन 102 विधायकों ने जयपुर में होने वाली विधायक दल के बैठक से पहले ही अपना इस्तीफा नेतृत्व को सौंपा था। विधायकों का कहना था कि वो सचिन को सीएम स्वीकार नहीं करे सकते है। सभी नेताओं ने पायलट का विद्रोह किया था। विद्रोह करने वालों में मंत्री खाचरियावास का भी नाम शामिल है। अब अगर किसी ने भी गहलोत गुट छोड़कर पायलट का समर्थन किया तो अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ जाएगी।
हम आपको बता दें, विधायकों का समर्थन गहलोत ने किया था। अब अगर विधायकों ने पाला बदला तो गहलोत ना सीएम रह पाएंगे और उनके हाथ से अध्यक्ष पद पहले ही जा चुका है। पायलट और खाचरियावास की मुलाकात से गहलोत कैंप में हलचल मची है।