राजस्थान की सियासत अब अलग ही मोड़ ले रही है। पार्टी से बगावत करने वाले सचिन पायलट ने सोमवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की है। विधानसभा सत्र से इस मुलाकात से कयास लगाए जा रहे है कि पायलट एक बार फिर कांग्रेस का रुख कर सकते है। बताया जा रहा है कि तीनों के बीच हुई ये मुलाकात सकारात्मक रही है।
पायलट के नरम रुख को देखते हुए उनकी कांग्रेस में वापसी की उम्मीद बढ़ने लगी है। इससे पहले जब पायलट अपने बगावती रुख पर अडिग थे तब कांग्रेस के कई अलाकमानों ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश की थी लेकिन सभी की सभी कोशिश धरी रह गई।
वहीं जैसलमेर के रिसॉर्ट में रविवार देर रात हुई कांग्रेस विधायक दल और समर्थक दलों की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘‘हम सब लोकतंत्र के योद्धा हैं। यह लड़ाई हम जीतने जा रहे हैं और साढे़ तीन साल के बाद चुनाव में भी जीतेंगे।’’
उन्होंने विधायकों से कहा कि जिस तरह की एकजुटता अब तक दिखाई है उसी तरह की एकजुटता आपको सदन में भी दिखानी है। उन्होंने विधायकों से सदन में तैयारी के साथ जाने को कहा है और उसके बाद अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जन कल्याण कार्यो की एक सूची पेश करने को कहा है ताकि सरकार उन पर काम कर सके।
उन्होंने राजनीतिक उथल-पुथल और राज्य में कोरोना वायरस संकट के कारण पैदा हालात से बखूबी निपटने का विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कांग्रेस को समर्थन देने के लिये अन्य पार्टियों के विधायकों को धन्यवाद दिया।