राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मध्यप्रदेश सियासी संकट पर दिये बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि दो बार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की बैसाखियों पर सरकार बनाने वालों की बातें बेबुनियाद है। विधानसभा परिसर में पूनिया ने कहा कि दो बार बसपा की बैसाखियों पर सरकार बनाने वालों को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के विचार के आधार एवं हाथी के चुनाव चिह्न पर जीतकर आने वाले लोगों को कांग्रेस में क्यों लिया।
उन्होंने कहा कि निश्चित रुप से इसके लिए कोई डील हुई होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पार्टी का नाम नहीं लिया और कहा कि लोगों ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री चुन लिया हैं, वह पार्टी से भी बड़े हो गये। उन्होंने बुधवार को दिये गहलोत के बयान को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि गहलोत ने बात की कि जनता बदला लेगी, जनता किस बात का बदला लेगी, जनता तो स्वाभाविक रुप से बदला ले ही रही है।
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उन्होंने कहा कि भाजपा का कैडर सीमित था, लेकिन उसने अन्य दलों के कई लोगों को मौका दिया और पार्टी के विस्तार में इन लोगों का भी योगदान रहा। पार्टी ने अन्य दलों से आये लोगों का स्वागत किया और इसका लोकतांत्रिक एवं सैद्धांतिक तौर पर परहेज नहीं किया। उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग भाजपा के साथ आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब अप्रासंगिक हो गई हैं। उसने राममंदिर, कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने सहित कई मामलों में विपरीत रुख अपनया। इस पर देश के लोगों की प्रतिक्रिया तो होनी थी।
उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन किया था। मध्यप्रदेश की सियासी घटना, जो एक संकेत है। लोग और नेता अपनी प्रतिक्रिया तो देंगे ही। बता दें कि अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा था कि भाजपा मध्यप्रदेश में खरीद फरोख्त के प्रयास कर रही हैं वह लोकतंत्र की हत्या कर रही है जिसे जनता सबक सिखायेगी।