राजभवन में ‘धरना’ देने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को कहा कि जिस राज्य में मुख्यमंत्री खुद राज्यपाल को ‘‘असुरक्षित महसूस’’ कराते हैं, वहां राज्य के लोगों को मुख्यमंत्री के सामने अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाना बेकार है।
राजस्थान में कांग्रेस विधायक तथा अशोक गहलोत सरकार के समर्थक अन्य विधायक शुक्रवार को राजभवन में धरने पर बैठ गए थे। ये विधायक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का सामूहिक आग्रह करने के लिए राजभवन गए थे। राज्यपाल कलराज मिश्र ने आश्वासन दिया था कि वह विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए संवैधानिक प्रावधानों का पालन करेंगे। इसके बाद विधायकों ने पांच घंटे के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया था।
जहां राज्यपाल को स्वयं मुख्यमंत्री धमका कर असुरक्षित महसूस करवाए, वहां चोरी, डकैती, बलात्कार, हत्या और हिंसक झड़पों से त्रस्त राजस्थान वासियों को मुख्यमंत्री के आगे अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाना बेकार है!
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) July 25, 2020
शेखावत ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘जहां राज्यपाल को स्वयं मुख्यमंत्री धमका कर असुरक्षित महसूस करवाए, वहां चोरी, डकैती, बलात्कार, हत्या और हिंसक झड़पों से त्रस्त राजस्थान वासियों को मुख्यमंत्री के आगे अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाना बेकार है!’’ कांग्रेस ने शेखावत पर राजस्थान में गहलोत सरकार को गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। हालांकि शेखावत ने इन आरोपों को खारिज किया है।