तहसीलदारनी ने किया कोविड से मरी महिला का अंतिम संस्कार, घर के बाहर 5 घंटे पड़ा रहा शव - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

तहसीलदारनी ने किया कोविड से मरी महिला का अंतिम संस्कार, घर के बाहर 5 घंटे पड़ा रहा शव

राजस्थान के सीकर जिले में कोविड से मरी महिला का शव पांच घंटे तक उसके घर के बाहर पड़ा रहा। लेकिन अंतिम संस्कार के लिए कोई भी अपने घर से नहीं निकला तो तहसीलदारनी ने पीपीई किट पहनने के बाद शव को कंधे पर रखा और अंतिम संस्कार किया।

राजस्थान के सीकर जिले में हुई एक घटना से साबित हुआ कि कोविड-19 मनुष्यों की जान तो ले ही रहा है पर साथ ही मानवता की हत्या भी कर रहा है और मानवीय भावनाएं भी खत्म कर रहा है। कोविड से मरी महिला का शव पांच घंटे तक उसके घर के बाहर पड़ा रहा। लेकिन अंतिम संस्कार के लिए उसके परिवार का कोई भी सदस्य या गांव के लोग अपने घर से नहीं निकले। महिला का पति भी असहाय सा अकेला, दूर खड़ा रहा।
यह खबर जब गांव के सरपंच के माध्यम से धोद कस्बे की तहसीलदार रजनी यादव को मिली, तब वह कुछ लोगों को साथ लेकर घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने और उनकी टीम के लोगों ने पीपीई किट पहनने के बाद शव को कंधे पर रखा और अंतिम संस्कार किया। रजनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे सरपंच ने सूचित किया कि एक कोविड मरीज का अंतिम संस्कार करने में कुछ समस्याएं हैं। मुझे यह भी पता चला कि उसके मृत शरीर को पहले उसके गांव ले जाना है, लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने चिकित्सा विभाग से एंबुलेंस प्राप्त करने के लिए अपनी तरफ से प्रयास करना शुरू किया, लेकिन व्यर्थ साबित हुआ। फिर हमने एक पिकअप वाहन किराए पर लिया और शव को उसके गांव ले गए। उसके पति और दो छोटे बच्चे जिनकी आयु 12-13 वर्ष थी, प्रतीक्षा कर रहे थे।  हमने उसके परिवार के सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई घर से बाहर नहीं निकला। जब उन्होंने घर से बाहर आने से इनकार कर दिया तब मैंने पीपीई किट पहनी और बच्चों को साथ ले जाकर उनकी मां का अंतिम संस्कार किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

5 × 2 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।