मकराना : मुख्यमंत्री शहरी जनकल्याण योजना का बुधवार को मकराना शुभारंभ होना था। अधिकारियों के शिविर स्थल पर नहीं होने के कारण यह शिविर फूस्स हो गया। नगर नगर परिषद के मकराना के अस्थाई भवन में अधिकारियों के नहीं पहुंचने से सरकारी यह महत्वाकांक्षी योजना पहले ही दिन औंधे मुंह गिरती हुई नजर आई। नगर परिषद मकराना की ओर से अस्थाई भवन में शिविर कुर्सियां भी लगाई गई थी मगर दोपहर 1 बजे तक शिविर में नगर परिषद मकराना के आयुक्त स्वयं नहीं पहुंचे तो शिविर का शुभारंभ कैसे हो सकता था।
साथ ही शिविर का व्यापक स्तर पर प्रचार एवं प्रसार नहीं किया गया जिसकी वजह से शहर की जनता को भी इस बारे में किसी भी प्रकार से जानकारी नहीं हो सकी। ऐसे में शिविर के लाभ से भी जनता भी महरूम हो गई। आज का यह शिविर नगर परिषद के वार्ड संख्या 1 व पैराफेरी क्षेत्र बोरावड के लिए लगाया गया है। यह शिविर केवल औपचारिक ही नजर आया क्योंकि शिविर का समय सुबह 10 बजे शुरू होने का है परंतु मकराना नगर परिषद में 1 बजे तक पांडाल में नगर परिषद के सफाई कर्मी तैयारियां करते ही नजर आए।
इसके बाद आने वाले सभी आवेदनकर्ताओं को बैरंग ही लौटना पड़ा। पांडाल में कुर्सिया लगी हुई है लेकिन अधिकारी व कर्मचारी नदारत होने की वजह से इन कुर्सियों पर बैठने वाला कोई नहीं मिला। पार्षद मोहम्मद आरीफ भाटी ने आरोप लगाया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाएं मकराना नगर परिषद में आकर भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाती है।
मकराना की जनता इन शिविर के माध्यम से परेशान होगी। आज शिविर के शुभारंभ पर जिस प्रकार की कोताही देखी गई है वह आगे भी जारी रहेगी और इन शिविरों में जनता को किसी भी प्रकार का लाभ मिलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। वही शिविर के शुभारंभ में नगर परिषद प्रशासन की ओर से बरती गई उदासीनता के बारे में सभापति शौकत अली गौड ने भी अनभिज्ञता जताई।
– रामस्वरूप सोलंकी