राजस्थान के उदयपुर में भारतीय जैविक कृषि संगठन के तत्वावधान में जैविक कृषि पर आधारित सम्मेलन राष्ट्रीय ऑर्गेनिक महोत्सव 2019 का आयोजन आगामी 29 नवम्बर से शिल्पग्राम में होगा।
ऑर्गेनिक फार्मिंग एसोसिएशन ऑफ इंड़यि के राष्ट्रीय सचिव रोहित जैन ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाले महोत्सव के व्यापक स्वरूप देने के लिये एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पी इलियास की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित बैठक में सभी सदस्यों एवं जैविक कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाले स्थानीय सक्रिय कार्यकर्ताओं को विभिन्न समितियों का कार्यभार सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि झीलों की नगरी में जैविक कृषि का सबसे बड़े महोत्सव की विभिन्न जिम्मदारियों हेतु आयोजन समिति का गठन किया गया जिसमें वित्त,आवास,भोजन एवं अन्य उपसमितियो को मिलाकर 25 उपसमितियाँ बनाई गई। महोत्सव में कई विदेशी प्रतिभागियों के साथ-साथ भारत के 25 से अधिक राज्यों से 3000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म होगा जो जैविक कृषकों, वैज्ञानिको, शोधार्थीयो एवं उपभोक्ताओं के मध्य समन्वय स्थापित करेगा। इस कार्यक्रम में केंद, सरकार के कई मंत्रीयो,कई राज्यों के मंत्रीयों,जनप्रतिनिधियों,प्रशासनिक अधिकारीयो और जैविक खेती में रुचि रखने वाले व्यक्तियो को आमंत्रित किया जाएगा।
श्री जैन ने बताया कि यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म होगा जो जैविक कृषकों, वैज्ञानिको, शोधार्थीयो एवं उपभोक्ताओं के मध्य समन्वय स्थापित करेगा। इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार के कई मंत्रीयो,कई राज्यों के मंत्रीयों, जनप्रतिनिधियों,प्रशासनिक अधिकारीयो और जैविक खेती में रुचि रखने वाले व्यक्तियो को आमंत्रित किया जाएगा। भारतीय जैविक कृषि संगठन के बेनर तले होने वाले इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य सकारात्मक पर्यावरण को तैयार करना है जहां वैश्विक स्तर पर सभी लोग जैविक कृषि, खाद्य- संस्कृति एवं इसकी महत्ता पर खुलकर विचार व्यक्त कर सकें।
महोत्सव के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर चयनित कृषकों का अनुभव, विभिन्न विषयों पर संगोष्ठी, भारतीय देसी बीज और जैव विविधता की प्रदर्शनी और बिक्री, जैविक उत्पाद और कृषि उपकरण, फूड फेस्टिवल, जैविक खादी कपड़ की प्रदर्शनी, पुस्तक मेला, अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल, राजस्थान में चयनित जैविक फार्म की विजिट, कला मेला और अलग कई तरह की सभाओं का आयोजन होगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान जैविक कृषि पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे साथ ही प्रतिभागियों को तीन दिन तक जैविक भोजन का आनंद भी मिलेगा।