पूरी दुनिया में भारतीय लोकतंत्र यूं ही अलग नहीं है। यहां के नागरिकों की जागरुकता और जज्बे के चलते हमारा प्रजातंत्र विश्व में अनोखा है। वोट का कितना ज्यादा महत्व है। सरकार चुनने को लेकर लोगों में कितना ज्यादा वाला उत्साह और उमंग है। इसकी एक झलक बानगी ब्रह्मा की नगरी पुष्कर के पास तिलोरा गांव स्थित राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय के बूथ पर देखने को मिली है। पहले यहां पर आकर नई दुल्हन ने वोट डाला उसके बाद वह यहां से अपने ससुराल के लिए चली गई। दुल्हन का नाम खुशी कंवर हैं जिन्होंने रविवार की सुबह करीब पांच बजे सात फेरे लिए हैं। इसके बाद बारात जाने वाली थी लेकिन दुल्हन ने पहले ही ससुराल वालों को कह दिया की सुबह मतदान के बाद ही वह ससुराल जाएंगी।
परिवार वालों ने भी खूब समझाया कि घर पर इतना ज्यादा काम अभी बाकी है इतनी ज्यादा गर्मी होने की बात कहकर खुशी को ससुराल जाने के लिए बोला। परिणय सूत्र बंधन के बाद खुशी के माता-पिता ने विदाई की भी सारी रस्मे पूरी कर दी। लेकिन बारात वापस होने से पहले दुल्हन बताया कि पहली बार उसका मतदाता सूची में नाम दर्ज हुआ है। इसलिए वह वोट अपने मायके में ही डोलगी।
वोट डालने दुल्हन के लिबास में पहुंची
वैसे खुशी कंवर की जिद्द एंव जज्बे,खुशी के आगे उसके मायके और ससुराल दोनों को ही झुकना पड़ा। जैसे ही सोमवार की तड़के मतदान शुरू हुए खुशी कंवर दुल्हन के लिबास में ही मतदान केन्द्र चली गई तो वह लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गई। इस मौके पर खुशी ने ये भी कहा कि वह अपनी जीवन की नई पारी शुरू करने जा रही हैं।
वोट देने पहुंची सबसे पहले
तिलोरा निवासी लादू सिंह की बेटी खुशी कंवर की शादी रविवार रात नागौर जिले के डीडवाना के बड़ोद गांव निवासी करण सिंह के साथ हुई है। सुबह पांच बजे शादी के बंधन में बंधने के बाद और विदाई की रस्में भी पूरी हो गई थी। लेकिन उन्होंने वोट डालने के चलते बारात की जो बस वापस होने वाली थी उसे दुल्हन ने वोट डालने की बात बोलकर हैरान कर दिया।