जयपुर,(कासं) : प्रदेश में वन विभाग की ओर से मुख्य अभयारण्यों और वन विभाग के अधीन जंगलों में वन्यजीव गणना बुधवार सुबह आठ बजे से शुरू हो गई। गणना गुरुवार सुबह आठ बजे तक चलेगी। इस दौरान पेड़ पर मचान बनाकर बैठे हुए गणनक वाटर पाइंट पर आने वाले प्रत्येक जानवर को गणना में शामिल करेंगे। वन विभाग ने इस काम के लिए वन्यकमियों के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं और वॉलेंटियर्स का सहयोग लिया है। वहीं जयपुर जिले में नाहरगढ़, आमेर, झालाना, गलताजी, जमवारामगढ़ सहित विभिन्न जंगलों में 40 वॉटर पाइंट पर 80 कर्मचारियों को गणना के लिए लगाया है। जयपुर एसीएफ मनफूल विश्नोई ने बताया कि जयपुर में वन्यजीव गणना का कार्य बुधवार सुबह आठ बजे से शुरू हुआ। इससे पहले गणना में लगे कर्मचारियों को झालाना में प्रशिक्षण दिया गया। प्रत्येक गणना स्थल पर दो कर्मियों की ड्यूटी लगाई है।
बुध पूर्णिमा को होती है गणना : वन्य जीवों की गणना प्रत्येक साल बुध पूर्णिमा को होती है। इसके पीछे तर्क यह है कि इस दौरान जानवर सिर्फ वन विभाग की ओर से बनाए गए वॉटर पाइंट पर ही पानी पीते आते है और आसानी से दिख जाते है। जबकि बारिश और सर्दी के मौसम में जानवर जंगल के अन्य हिस्सों में भरे रहने वाले पानी को पीते है, जबकि गर्मियों में बुध पूर्णिमा तक अन्य स्थलों पर पानी सूख जाता है।