उन्होंने कहा, आज भारत चंद्रमा और मंगल ग्रह तक पहुंच चुका है और पूरा देश आदित्य एल 1 की सफल लांचिंग हो चुकी है। इस बार भी चंद्रयान की लैंडिंग हो गई तब भी दबी आवाज में कांग्रेस ने सवाल उठाने की कोशिश की मगर जब देश का मूड देखा तो चुप्पी साध ली गई, भारत की सेना, भारत के वैज्ञानिकों की क्षमताओं, प्रतिभा पर कभी किसी को संदेह नही रहा है।मैं मानता हूं कि 1998 में जो छलांग भारत ने परमाणु परीक्षण करके लगाई थी उसी तरह की लंबी छलांग 23 अगस्त 2023 को मिशन चंद्रयान 3 की सफलता के साथ भारत ने एक बार फिर लगा दी है। जैसलमेर का यह इलाका मेरे दिल में विशेष स्थान रखता हैं क्योंकि यह पूरा क्षेत्र केवल मरू भूमि नही है बल्कि यह वीर भूमि और तपोभूमि होने के साथ-साथ भारत की अणु भूमि भी है। यहीं पास में स्थित पोखरण की धरती, एक नहीं पांच-पांच परमाणु परीक्षणों की साक्षी है।