भारत देश में लोगों का चाय के साथ रिश्ता बेहद खास है। यहां के लोग चाय की चुस्की से अपने दिन शुरुआत और अंत करते हैं। अब तो दुनिया के हर कोने में चाय मिलती है। इतना ही नहीं आपको एक मशहूर चाय वाला एक शहर में जरूर मिल जाएगा।
आज हम आपको एक ऐसे चाय वाले के बारे में बताएंगे जो गरीबों को हर दिन चाय पिलाते हैं और वो भी मुफ्त में। हर रोज सुबह गरीब और बेसहारा लोगों की लंबी कतारें उनकी दुकान पर लगी होती है।
छोटी सी दुकान 1947 में खोली थी
गुलाब जी ने अपनी चाय की दुकान ‘गुलाब जी चाय वाले’ 1947 में खोली थी और एमआई रोड पर उनकी यह दुकान सजती है। 94 साल के गुलाब जी की दुकान पर चाय पीने युवा से लेकर बूढ़े लोग आते हैं।
इस दुकान की खास बात यह है कि आप चाय पीजिए, बन मस्का भी खाइए अगर पैसे हैं तो बढ़िया नहीं हैं तो उससे भी बढ़िया। जिन लोगों के पास पैसे नहीं होते गुलाब जी उन्हें मुफ्त में चाय पीलाते हैं।
उस समय 130 रुपए की लागत से शुरुआत की थी
जयपुर में गुलाब जी की चाय बहुत मशहूर है इस बात का अंदाजा आप यहीं से लगा सकते हैं कि उनकी दुकान पर राजघरानों से लेकर फिल्मी सितारे चाय पीने आते हैं। गुलाब जी ने बातचीत करते हुए कहा, मैंने एक छोटी सी चाय की दुकान 1947 में शुरु की थी।
उस समय 130 रूपए स्टॉल को शुरु करने में लगे थे। उस समय मुझे बहुत कठिनाई भी आई थी क्योंकिन कोई नहीं चाहता था कि राजपूत परिवार का लड़का सड़क किनारे चाय का स्टॉल लगाए।
एक खास मसाला मिलाते हैं गुलाब जी
गुलाब जी का छोटा सा स्टॉल आज एक पूरी दुकान बन गया है। गुलाब जी की कहानी के बारे में कई ट्रेवल ब्लॉगर, फूड ब्लॉगर बता चुके हैं। गुलाब जी की दुकान में एक चाय का गिलास 20 रूपए का है। गुलाब जी बाकी चाय वालों से चाय मंहगी जरूर देते हैं लेकिन जो भी उनकी यह चाय पीता है वह सब यही कहते हैं कि उनकी चाय का स्वाद बहुत अच्छा है।
शुद्ध दूध में गुलाब जी चाय बनाते हैं और वह अपनी चाय में एक खास मसाला डालते हैं जो चाय का स्वाद ओर भी बढ़ा देता है। यह मसाला सिर्फ गुलाब जी को ही पता है और किसी को नहीं।
मुफ्त चाय और बन मस्का 200-250 गरीबों को देते हैं
लोगों को गुलाब जी में सबसे अच्छी बात यह लगती है कि वह आज के समय में भी पूरी इंसानियत से काम करते हैं। दरअसल गुलाब जी की दुकान पर जो गरीब चाय पीने आता है वह उसे मुफ्त में पिलाते हैं और बन मस्का भी देते हैं।
गुलाब जी की दुकान के बाहर 200 से 250 गरीब और बेसहारा लोगों की लाइ सुबह 6 बजे से लग जाती है। गुलाब जी अपनी सुबह की शुरूआत इस नेक काम से करते हैं। गुलाब जी ने यह परंपरा दुकान शुरु करने से की थी तब से यह चली आ रही है।
आज भी चाय खुद ही बनाते हैं गुलाब जी
94 साल के गुलाब जी आज भी खुद चाय बनाते हैं। गुलाब जी की उम्र का अंदाजा उन्हें देखकर नहीं लगाया जा सकता है। गुलाब जी कहते हैं कि सबसे ज्यादा ऊर्जा और हिम्मत मुझे ग्राहकों से मिलती है।