अकसर आपने लोगों से यह जरूर सुना होगा कि किसी भी उम्र सपने व शौक पूरे किये जा सकते हैं। किसी भी उम्र में व्यक्ति अपने जूनून और जीवन का अधूरा काम पूरा कर सकता है जिसे वह पीछे छोड़ आया हो। कई लोग मानते हैं कि उम्र का एक ऐसा दौर आता है जहां कई मुश्किल आती हैं काम करने में लेकिन सबके लिए 94 साल की हरभजन कौर ने मिसाल पेश की है। चलिए आपको हरभजन कौर जी की कहानी के बारे में बताते हैं।
स्टार्टअप है खुद का
94 वर्षीय हरभजन कौर चंडीगढ़ की रहने वाली हैं और एक एंटरप्रेन्योर हैं। बता दें कि अपना काम 90 की उम्र में उन्होंने स्टार्ट किया था। लोगों तक उन्होंने अपने हाथों से बनाकर मिठाई पहुंचाई। लोगों को बहुत पसंद है उनके हाथ की बेसन की बर्फी। इतना ही नहीं उनकी जमकर सराहना पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी की है।
View this post on InstagramA post shared by Harbhajan Kaur (@harbhajansmadewithlove) on
प्रोत्साहित किया बेटी ने
अपने इस बिजनेस के बारे में बात करते हुए हरभजन कौर ने कहा कि उन्होंने ऐसे ही अपनी पूरी जिंदगी निकाल दी ऐसा एक दिन उन्हें महसूस हुआ। हालांकि उन्होंने एक पैसा भी 90 साल की उम्र में नहीं कमाया। इस बात को उन्होंने अपनी बेटी के साथ साझा किया जिसके बाद उन्हें प्रोत्साहित उनकी बेटी ने किया। उसके बाद होम मेड बर्फी, आचार, चटनी बनाना उन्होंने शुरू किया।
View this post on InstagramA post shared by Harbhajan Kaur (@harbhajansmadewithlove) on
बिका सारा माल पहली बार में ही
चंडीगढ़ की आर्गेनिक मंडी में जब उन्होंने पहली बार तैयार कर बर्फी का स्टॉल लगाया था तब सारा माल बिक गया था। इस बात से उन्हें बहुत हिम्मत मिली थी। हालांकि कोई दुकान उनकी आज भी नहीं है। उनके पास बेसन की बर्फी के रोजाना ऑर्डर आते हैं और उन्हें वह अपने घर से ही पूरा करती हैं। उन्होंने पिता स्व. जयराम सिंह चावला से बर्फी की खास रेसिपी की सीखा है। सौ साल से भी अधिक पुराना उनका अपना तरीका बर्फी बनाने का है।
View this post on InstagramA post shared by Harbhajan Kaur (@harbhajansmadewithlove) on
एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर आनंद महिंद्रा ने बताया था
आनंद महिंद्रा ने भी हरभजन कौर की तारीफ करते हुए उन्हें एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर बता दिया था। बता दें कि घुटनों का ऑपरेशन हरभजन कौर जी के हुआ है लेकिन जो जुनून काम के प्रति उनके अंदर है वह देखने लायक है। सुबह पांच बजे से पहले वह हर रोज उठतीं हैं फिर वह अपने ऑर्डर की तैयारी शुरू कर देती हैं। अपने हाथों से वह हर काम करती हैं। बड़े-बड़े लोग उनके ग्राहकों में शामिल हैं। उनकी बर्फी में गजब का जादू है।
When you hear the word ‘start-up’ it brings to mind images of millennials in Silicon Valley or Bengaluru trying to build billion dollar ‘unicorns.’ From now on let’s also include a 94 yr old woman who doesn’t think it’s too late to do a start-up. She’s my entrepreneur of the year https://t.co/N75BxK18z4
— anand mahindra (@anandmahindra) January 7, 2020