वास्तुशास्त्र का मतलब होता है चारों दिशाओं से मिलने वाली ऊर्जा तंरगों का संतुलन। यदि यह तरंगे आपको ठीक तरीके से प्राप्त हो रही हैं तो घर में सुख और शंति बनी रहेगी आपको कभी परेशानी का समाना नहीं करना पड़ेगा। ऐसे में यदि आप भी चाहते हैं कि वास्तु आप के अनुसार बना रहें तो कुछ उपाय किए जाने बहुत जरूरी हैं इन प्रयासों से आप अपने घर को वास्तुदोष से पूर्ण रूप से बचा सकेंगे।
1.दूध,दही देने से बचें
सूर्यास्त के समय यदि आपके घर पर कोई भी व्यक्ति दूध,दही या प्याज मांगने के लिए आए तो इन तीन चीजों को देने से बिल्कुल मना कर दें क्योंकि सूर्यास्त के समय यह तीन चीजें आप किसी को भी देते हैं तो आप हमेशा कंगाल ही रहेंगे। और घर में बरक्कत होना धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।
2.घर के पास कूड़ेदान न रखें
आप अपने घर में इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि कभी भी मुख्य द्वार के पास कूड़ेदान को न रखें क्योंकि इससे पड़ोसी शत्रु हो जाएंगे।
3.छत पर ना करें ऐसा काम
यदि आप छत पर अनाज या फिर बिस्तर धोते हैं तो यह काम करने से बचें वर्ना ससुराल से धीरे-धीरे संबंध खराब होने लगेंगे।
4.गीले तौलिये का न करें इस्तेमाल
नहाने के बाद कभी भी गीले या एक दिन पहले के तौलिए का प्रयोग ना करें इससे संतान खुद से दूर होना शुरू होने लगती है अपनी बात की ज्यादा मनवाने लगती है हमेशा ध्यान रखें की साफ सुथरा और सूखे तौलिए का ही इस्तेमाल करें। इस बात का विशेष ख्याल रखें कि पूरा परिवार एक साथ कभी बाहर धूमने के लिए बाहर ना निकलें यदि जाना है तो आगे पीछे जाए इससे यश की वृद्घि होगी।