देश से रोजाना कोरोना वायरस के चलते कई बुरी खबरें सामने आती रहती हैं। वहीं दिल को राहत पहुंचाने के लिए अच्छी खबरें भी आये दिन सुनने को मिल जाती हैं। इसी बीच दिल्ली के एम्स हस्पताल से ऐसी ही एक खबर आयी जिसे सुनने के बाद लोग हैरान रह गए। यहां के एक डॉक्टर ने अपनी जान को जोखिम में डालकर एक मरीज की जान बचाई।
खबरों के मुताबिक, एम्स के डॉक्टर ज़ाहिद अब्दुल मजीद ने कोविड-19 के मरीज बचाने के लिए अपनी जान को दांव पर लगा दिया। 7 मई का यह मामला बताया जा रहा है और AIIMS के ट्रॉमा सेंटर एंबुलेंस से डॉक्टर मजीद कोरोना मरीज़ को ले जा रहे थे तब यह वाक्य हुआ।
दरअसल मरीज का इस दौरान ऑक्सीज़न पाइप निकल गया था। अगर उसी समय ऑक्सीज़न पाइप मरीज को नहीं लगती तो उसकी जान जा सकती थी। मौके की गंभीरता को डॉक्टर मजीद ने समझा और फ़ौरन ऑक्सीजन पाइप लगाने के लिए अपनी पीपीई किट उतार दी।
चलिए आपको पूरा मामला समझाते हैं। पीपीई किट दरअसल डॉक्टर ने इसलिए उतारी थी क्योंकि एंबुलेंस के अंदर उन्हें ऑक्सीज़न पाइप सही से नहीं दिख रही थी इसलिए पीपीई किट और चश्मा उतारना पड़ा था। उन्हें पता था कि कोरोना संक्रमति होने का खतरा बढ़ जायेगा पीपीई किट और चश्मा हटाने से लेकिन मरीज की जान बचाना उन्हें अपनी जान से ज्यादा जरूरी लगा।
बता दें कि कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के वनिहामा-डायलगाम गांव के रहने वाले डॉक्टर मजीद हैं। हर कोई उनके इस साहस की सराहना कर रहा है। हालांकि कोरोना की जांच के लिये डॉक्टर ने अपना सैंपल दे दिया है और उन्हें 14 दिनों के लिये Quarantine होने के लिए बोल दिया गया है।