जेद्दाह : सऊदी अरब में महिलाओं के लिए एक और नई आजादी मिल गई। वियाम अल दखील पहली महिला न्यूज एंकर बनीं, जिन्होंने सऊदी अरब के मुख्य चैनल पर शाम की न्यूज पढ़ी। वियाम ने गुरुवार को उमर अल नाशवान के साथ मुख्य टीवी चैनल सउदिया पर शाम के समाचार पेश किए। सोशल मीडिया ने इसे सऊदी अरब में महिलाओं के लिए नया मील का पत्थर बताया। क्योंकि ये चैनल सरकार के द्वारा संचालित होता है। यहां पर शाम की न्यूज को महिला के द्वारा पेश करने की ये पहली घटना है।
वियाम अल दखील पत्रकारिता के पेशे से ही जुड़ी हैं, लेकिन इस चैनल पर प्राइम टाइम की न्यूज को पेश करने का उनका ये पहला अवसर है। इससे पहले वह सीएनबीसी अरबिया के लिए काम कर चुकी हैं। इसके अलावा बहरीन के अल अरब न्यूज चैनल के लिए न्यूज प्रजेंट कर चुकी हैं। दरअसल सऊदी अरब में ये कदम प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 के तहत उठाया गया है। इसके तहत अब सऊदी अरब में महिलाओं की आजादी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिससे ज्यादा ज्यादा क्षेत्रों में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई जा सके।
इसके तहत ही अब महिलाओं को सऊदी अरब में ड्राइविंग की आजादी, फुटबॉल मैच देखने की छूट दी गई है। नौकरियों में भी महिलाओं को अब ज्यादा मौके दिए जा रहे हैं। प्रिंस मोहम्मद सलमान ने प्रस्ताव रखा है कि इस दशक में नौकरी में महिलाओं की संख्या एक तिहाई हो जाए। अभी महिलाओं की संख्या नौकरियों में 22 फीसदी है।
كان أداء بنت الوطن #وئام_الدخيل (@WeamAlDakheel) جداً مميز من ناحية التركيز والحضور الذهني وحسن مخارج الحروف ?
أتمنى لها المزيد من النجاح والتوفيق في مسيرتها الإعلامية مع قناة الوطن (@saudiatv) ?? pic.twitter.com/03UwZRNkaB
— ريان الجدعاني (@raljidani) 20 September 2018
हालांकि ह्यूमन राइट्स कैंपेनर्स के लिए अभी भी सऊदी अरब महिलाओं की आजादी के मामले में सबसे बुरे देशों में से एक है। पिछले जून में थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन पोल के अनुसार दुनिया में महिलाओं के लिए जो पांच सबसे खतरनाक मुल्क हैं, उसमें सऊदी अरब भी है.।हालांकि ये रिपोर्ट उस सवालों के घेरे में आ गई थी, जब सीरिया और सोमालिया जैसे देशों के साथ इसमें भारत को भी रखा गया था।