अमेठी के आरिफ को एक बीमार सारस खेत में जख्मी मिला था। सारस को बचाने के लिए आरिफ ने सारे जरुरी कदम उठा कर उसकी जान बचाई जिसके बाद पक्षी जल्द ही ठीक हो गया। इस कहानी को आपने खूब ही सुना होगा लोग अब आरिफ को “सारस मैन” कहने लगे है। कुछ महीनों पहले ही उनकी तस्वीरें मीडिया में आने लगीं। जिसके बाद में वन विभाग ने पक्षी को रखने के आरोप में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
इस मामले के बाद राजनीति के लोग भी आरिफ के सपोर्ट में आ गए थे। विपक्ष के नेताओं ने सवाल उठाया कि मोदी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई, जबकि उनके घर में मोर हैं?फिलहाल सारस अब कानपुर के एक चिड़ियाघर में है।लेकिन यहाँ एक सवाल उठता है कि क्या सारस से दोस्ती की जा सकती है? ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि कोई भी जानवर जल्दी से किसी इंसानी को पसंद नहीं करता है। लेकिन आप भी सारस के बारे में सही से जान जाते है तो आपको भी सारस से प्यार हो जायेगा।
लंबी टांगों वाला यह विशाल पक्षी देखने में किसी को भी मोहित कर सकता है। चोच के पीछे रंगीन गर्दन हो या पंख फैलाए विशाल शरीर, यह जल्दी पहचाना जा सकता है। एक सारस का वजन 9-10 किलो तक हो सकता है। वे भारत, दक्षिण पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं। उन्हें तालाब या झील के आसपास का क्षेत्र पसंद है। वे भावनाओं को महसूस कर सकते हैं, और कुछ लोग सोचते हैं कि यही कारण है कि वे मनुष्यों के साथ अच्छे दोस्त बनाते हैं।
सारस आमतौर पर समूहों में रहते हैं, लेकिन वे चाहें तो अकेले भी पाए जा सकते हैं। सारस का बच्चा जब एक साल का हो जाता है तो माता-पिता उसे छोड़ देते हैं। यह सारसों के झुंड के पास जाता है और अपना प्यार दिखाने के लिए अपने पंख फैलाता है। अगर महिला राजी हो जाती है, तो यह जीवन भर उसके साथ रहेगा। एक सारस अन्य पक्षियों और जानवरों से दूर आकाश में अपना घोंसला बनाता है। जब समय सही होता है, यह एक महिला के साथ संबंध में प्रवेश करती है।
कुछ जनजाति सारस को पूजते भी है। कहा जाता है सारस एक बार ही जीवन में रिश्ता बनाते है अगर उनका ये रिश्ता टूट जाता है तो वो जीवन भर अकेले ही रहते है। नहीं तो आप आमतौर पर किसी सारस को जोड़े में देखेंगे हमेशा। यही कारण है कि सारस प्यार में कभी बेवफा नहीं होता है।