अब चार धाम यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर है। इसी वजह से शीतकाल के लिए तीन धामों बद्रीनाथ,केदारनाथ और गंगोत्री के कपाट बंद होने के दिन के बारे में बता दिया गया है। दशहरे के खास मौके पर शुभ मुहूर्त में इन तिथियों की घोषणा की गई है।
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्घ बदरीनाथ धाम के कपाट आने वाली 17 नवंबर की शाम 5 बजकर 13 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट भाई दूज के दिन यानी 29 अक्टूबर को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे।
जबकि गंगोत्री के कपाट अन्नकूट पर्व यानी 28 अक्टूबर के दिन सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। इसके तहत मदमहेश्वर के कपाट 21 नवंबर को प्रातः सात बजे और तुंगनाथ के कपाट 6 नवंबर को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे।
बदरीनाथ के कपाट बंद होने से पूर्व ये प्रक्रियाएं होंगी संपन्न…
13 नवंबर- गणेश व महाभिषेक पूजा के बाद शाम सात बजे गणेश मंदिर के कपाट बंद होंगे।
14 नवंबर- मध्याह्न में आदि केदारेश्वर मंदिर के कपाट होंगे बंद।
15 नवंबर- धाम में वेद ऋचाएं बंद, गुप्त मंत्रों का जाप।
16 नवंबर- लक्ष्मी मंदिर में पूजा व कढ़ाई भोग का आयोजन।
17 नवंबर-माता लक्ष्मी का बदरीनाथ गर्भगृह में प्रवेश और शाम 5 बजकर 13 मिनट पर बदरीनाथ के कपाट बंद।
अब कपाट खुलेंगे अगले साल…
शीतकाल में बर्फबारी और ज्यादा ठंड होने की वजह से चारों धामों- बदरीनाथ केदारनाथ , गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में दोबारा भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिए जाते हैं।
बता दें की इस बार यानी कल 7 अक्टूबर के दिन तक भी10 लाख 81 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए हैं।