कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए देश भर में 21 दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन घोषित किया हुआ है। इतना ही नहीं पुलिस लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रही है। तो कहीं नरमी भी पेशा रही है और अपना पूरा सहयोग देकर किसी भी तरह हालात काबू रखने की कोशिश में जुटी हुई है।
लेकिन मध्यप्रदेश के बैतूल में कुछ अलग सा नजारा देखने को मिला है। जी हां दरअसल यहां पर लॉकडाउन तोड़ने वाले लोगों पर को पुलिसकर्मियों ने बेहद अलग सा रास्ता अपनाया है। तभी यहां पर पुलिस के फ्लैग मार्च के दौरान जो लोग लॉकडाउन तोड़ते दिखे उनसे उनसे उठक-बैठक भी लगवाई गई।
मध्य प्रदेश की पुलिस ने लोगों को एक दो नहीं बल्कि 3 तरीके से समझाने की कोशिश की है। सबसे पहले तो उन्होंने लोगों को फूल दिए, फिर आरती उतारी और आखिर में कान के पास घंटी बजाकर एहसास करवाया की उनका जीवन उनकी इसी छोटी सी गलती की वजह से खतरे में पड़ सकता है।
कोतवाली टीआई राजेंद्र धुर्वे ने बताया कि हम लोगों को घर से बाहर न निकालने के लिए हर तरह से समझने की कोशिश में लगे हुए हैं। पहले इनके साथ सख्ती की लेकिन फिर भी यह लोग नहीं माने तो अब उनकी आरती उतारकर उन्हें शर्मिंदा करने की कोशिश करी है।
लॉकडाउन के दौरान ऐसे लोग जो सड़क पर तफरी करने के लिए जा रहे हैं। पुलिस ने उन्हें समझाने के बाद गुलाब का फूल और संकल्प दिलाया कि वह दोबारा बेवजह सड़क पर ऐसे नहीं घूमेंगे। बल्कि अपने घरों में सुरक्षित रहें और अपने परिवार वालों का ध्यान रखें ताकि जल्दी ही इस महामारी से छुटकारा पाया जाए।
बैतूल में गुरुवार को लोगों को घर से बाहर ना निकलने की सलाह देते हुए। पुलिस ने आरती करके उनको शर्मिंदा करने की कोशिश करी। इसके अलावा भी पुलिस लोगों को अन्य कई तरीकों से समझाने के प्रयास करने में लगी हुई है।
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर चल रहे हैं देशभर में लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पुलिस को काफी सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि लोग इस नियम का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं, इसलिए पुलिस को अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों को कोरोना वायरस की गंभीरता को समझाने के प्रयास करने पड़ रहे हैं।