अगर आपके घर में भी बोतल वाला पानी आता है तो सतर्क हो जाएं क्योंकि हाल ही में की गई रिसर्च में एक बड़ा ख़ुलासा हुआ है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे दरअसल दुनिया भर के क़रीब 9 देशों से मिलने वाली ढाई सौ पानी की बोतलों पर रिसर्च की गई और रिसर्च ने सभी को सकते में डाल दिया है ।
एक लीटर की पानी की बोतल में होते हैं 10 प्लास्टिक के कण
एक रिसर्च में पाया गया कि हर एक लीटर की पानी की बोतल में लगभग 10 प्लास्टिक के कण पाए जाते हैं और यह प्लास्टिक कण इतने ज्यादा छोटे होते हैं कि आपको आंखों से दिखाई नहीं देते और जब आप यह पानी पीते हैं तो आपके शरीर में सीधे तौर पर ये प्लास्टिक पहुंच जाता है, जो कुछ समय के बाद आपके शरीर में गंभीर समस्याओं का कारण बन जाता है।
कण इतने छोटे होते हैं कि आपको नंगी आखों से दिखाई नहीं देते
दरअसल एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के करीब 9 देशों में मिलने वाले 250 पानी के बोतलों पर एक रिसर्च किया और इस रिसर्च में जो बात सामने आई उसने सबको हैरान कर दिया। इस रिसर्च में पता चला की हर एक लीटर प्लास्टिक की पानी की बोतल में औसतन 10 प्लास्टिक के कण पाए जाते हैं। ये कण इतने छोटे होते हैं कि आपको नंगी आखों से दिखाई नहीं देते, हालांकि पानी के साथ ये आपके शरीर में पहुंच जाते हैं और आपकी सेहत बिगाड़ देते हैं। इन प्लास्टिक के कणों की चौड़ाई आपके बालों से भी बड़ा होता है। इस रिसर्च में फ्रेडोनिया के स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क के वैज्ञानिक भी शामिल थे।
अच्छे अच्छे ब्रांड्स भी ज़हर बेचने में शामिल?
अच्छे अच्छे ब्रांड्स भी इसमें शामिल है आपको बता दें इस रिसर्च के दायरे में भारती बाजार में मिलने वाली कई पानी के बोतल भी शामिल हैं। यानी आप अपने शहर में, कस्बों में जिन पानी की बोतलों को खरीदते हैं उनमें प्लास्टिक के कण हैं, जो आपको बीमार कर सकते हैं। इसलिए अगर आप कहीं भी जाते हैं तो पानी की बोतल घर से लेकर जाएं। कोशिश करें की ये पानी की बोतल कांच की हो या फिर तांबे की। क्योंकि आप किसी भी प्लास्टिक के बोतल में पानी रख कर ले जाएंगे, वो आपके लिए हानिकारक ही होगा।
बोतलों में इस्तेमाल होने वाले ढक्कन की क्वालिटी घटिया
जिन बोतलों में पानी भर कर बेचा जाता है, वो बहुत उच्च क्वालिटी के बोतल होते हैं. हालांकि, इन बोतलों में जो ढक्कन लगे होते हैं उनकी क्वालिटी ठीक नहीं होती है। माना जा रहा है कि बोतल में इसी ढक्कन की वजह से प्लास्टिक आ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पानी का व्यापार करने वाले लोगों को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए और हो सके तो इन बोतलों में इस्तेमाल होने वाले ढक्कन की क्वालिटी को बेहतर बनाया जाए। भारत में ज्यादातर लोग बोतल वाले पानी का इस्तेमाल करते हैं।