पटना के गांधी मैदान में ‘इमारत-ए-शरिया’ की ओर से आज ‘दीन बचाओ-देश बचाओ’ सम्मेलन का आयोजन किया गया है। शरिया और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने संयुक्त रूप से इस्लाम और राष्ट्र को खतरे में बताते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान किया है। कार्यक्रम का उद्घाटन अमीर-ए- शरीयत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी करेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द और भाईचारे के खिलाफ खड़ी ताकतों के खिलाफ लोगों को सचेत करना है। सम्मेलन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
इमारत शरिया के नाजिम अनीसुर रहमान कासमी ने बताया कि रविवार की दोपहर एक बजे से यह सम्मेलन होगा, जो गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। उन्होंने आग्रह किया कि इसे राजनीति से जोड़कर न देखा जाए।सम्मेलन की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। गांधी मैदान में जगह-जगह दंडाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों को महिला और पुरुष बल के साथ तैनात किया गया है। सभी गेटों की कमान दंडाधिकारियों के जिम्मे है। गांधी मैदान के साथ-साथ शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी तैनात किए गए हैं। बड़ी-बड़ी इमारतों से भी गांधी मैदान की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है।
सम्मेलन को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पांच हजार सुरक्षाकर्मी, 300 दंडाधिकारी व 350 पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि सुरक्षा के साथ-साथ आने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। एंबुलेंस के साथ चिकित्सक भी तैनात किए गए हैं। बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा कि ‘हमने चार साल इंतजार किया, यह सोचकर कि बीजेपी संविधान के तहत देश चलाना सीख लेगी। मुसलमानों के पर्सनल लॉ पर हमला हो रहा है। हमें अपने लोगों और देशवासियों को बताना पड़ रहा है कि देश के साथ-साथ इस्लाम पर भी खतरा है।’हालांकि इमारत शरिया ने रैली को किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थन प्राप्त होने की बात को खारिज किया है।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ