गुजरात के सूरत का एक परिवार जिनके बच्चों की शादी 16 अप्रैल को राजस्थान में जाकर शादी होनी थी। इस शादी समारोह में 300 मेहमानों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा जो 14 अप्रैल को खत्म तो नहीं हुआ,बल्कि इसको आगे बड़ा दिया गया। ऐसे में बीते गुरुवार को छत पर दूल्हा-दुल्हन मास्क लगाकर मंडप पर बैठे और मेहमानों ने वीडियो कॉल पर वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
दरअसल दिशांत पूनमिया और पूजा बरनोता की शादी 6 महीने पहले ही 16 अप्रैल को फिक्स हो गई थी। यह परिवार मूल रूप से राजस्थान का है,इसलिए शादी राजस्थान में करने का फैसला लिया था,जिसमें 300 मेहमानों को न्योता दिया गया था।
परिवार को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और धूमधाम से शादी करेंगे। लेकिन अफसोस ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और लॉकडाउन 3 मई के लिए बढ़ा दिया गया। इसके बाद इस फैमिली ने निर्णय लिया की शादी अब सिम्पल तरह से तय तारीख पर ही की जाएगी।
वहीं गुरुवार को लड़की के घर पर दूल्हा, पंडित, लड़की और लड़के के माता-पिता शादी में शामिल हुए और महज आधे घंटे के अंदर शादी संपन्न हो गयी। इस दौरान खास बात ये हुई शादी में वीडियो कॉल के जरिये मेहमान शामिल हुए और इस बेहद अलग सी शादी के गवाह बने।
शादी रचाने से पहले पंडित ने दूल्हा-दुल्हन समेत उनके माता-पिता के हाथ सैनिटाइजर से साफ करवाए। दूल्हा-दुल्हन ने मास्क के साथ हाथों में ग्लव्स भी पहने हुए थे,जिसके बाद पुरे विधि-विधान से शादी संपन्न की गयी।
दूल्हा-दुल्हन ने सादे तरीके से शादी करने पर कहा हमारी धूमधाम से शादी करने का मन था,लेकिन उससे ज्यादा लॉकडाउन के नियमों का पालन करना था। तब ऐसे में हमने यह फैसला किया की हमें घर में ही रहकर शादी सादे तरीके से करनी चाहिए।