अक्सर अपने यही सुना हो कि अच्छी नौकरी पाने के लिए अच्छी योग्यता की जरूरत होती है। उन्हें अलग-अलग तरह के टेस्ट से भी गुजरना पड़ता है। जहां कभी कैंडिडेटस से अलग-अलग तरह के सवाल के जवाब भी पूछे जाते हैं तो कभी उनके बात करने और दिमागी स्तर का भी एक बार टेस्ट ले लिया जाता है। लेकिन हाल ही में इंटरनेट पर एक कंपनी का अलग ही तरह का टेस्ट बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें किसी भी कैंडिडेट की नौकरी एक कप कॉफी पर निर्भर करती हैं। जी हां यह पूरा मामला न्यूजीलैंड का है।
इस कंपनी के मालिक ने लिया लिया कुछ अलग तरीके से टेस्ट
दरअसल, जेरो ऑस्ट्रेलिया नाम की कंपनी के बॉस ट्रेंट इन्नेस ने नई हायरिंग्स के लिए एक नया कॉन्सेप्ट निकाला है जहां पर नौकरी के लिए आपको किसी योग्यता या फिर दस्तावेजों की अवश्यकता नहीं हैं क्योंकि यहां पर कुछ अलग स्टाइल में परीक्षा ली जाती हैं।
एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के बॉस ने इस बात का खुलासा किया है कि नई नियुक्ति के लिए वह एक अलग तरह से कैंडिडेट की परीक्षा लेते हैं। जी हां बता दें कि इस परीक्षा का नाम है कॉफी कप टेस्ट।
ट्रेंट ने कहा है कि जब भी उनके पास कोई भी कैंडिडेट आता है तो वह उसको अपनी किचन तक ले जाते हैं। और फिर कॉफी पीते-पीते बाहर निकल आते हैं और उसका इंटरव्यू लेते हैं। इस दौरान देखा जाता है कि कैंडिडेट ने खाली कप को वापस किचन में रखा भी है या नहीं। जो लोग कप को वापस किचन में रख कर आ जाते हैं उन्हें नौकरी दे दी जाती है। और अगर वह मग को जहां खड़ा या बैठा होता है वहीं रखकर छोड़ देता है तो उसे ये नौकरी नहीं हासिल हो पाती।
ट्रेंट ने बताया कि आप किसी की स्किल में सुधार ला सकते हैं उसका ज्ञान बढ़ा सकते हैं और अनुभव भी ,लेकिन किसी को उसका व्यवहार या फिर तौर तरीका नहीं सिखाया जा सकता है। उन्होंने उस रिपोर्टर को कहा कि उनका ये ट्रिक काम आ गया है। क्योंकि वर्कप्लेस पर अगर जिन चीजों को जहां रहना चाहिए वहां रहती है। तो ऐसे में पॉजिटिव एनर्जी बरकार रहती है और हर किसी को करने में मजा भी आता है।
बता दें कि कई सारी ऐसी कंपनियां जो हायरिंग करने वक्त आपसे सोशल मीडिया अकाउंट के बारे में डिटेल्स लेती हैं जिनसे वह आपकी सोच महिलाओं के प्रति व्यवहार,आपके फैशन सेंस और आपके लिखने की क्रिएटिविटी को चेक करते हैं। वहीं बाकी कर्ई सारी कंपनियों में ऐसा भी है किवह आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर भी आपका सिलेक्शन निर्भर करता है। जहां वह चेक करते है कि कहीं इम्प्लाई के खिलाफ कोई कंप्लेन तो नहीं है।