इस बार चैत्र नवरात्रि 25 मार्च यानि बुधवार से शुरू हो रही हैं। नवरात्रि में नौं दिनों तक माता के नौं रूपों की विशेष तौर पर पूजा होती है। इस दौरान कई चीज़ें देवी मां की पूजा में चाहिए होती हैं। शृंगार से लेकर देवी के वस्र,भोग,कलश स्थापना, हवन और कन्या पूजा की सामग्री तैयारी पहले से कर लें। इससे आप आखिरी समय पर भूल-चूक करने से बच जायेंगे।
इस बार 25 मार्च से 2 अप्रैल तक नवरात्रि हैं। कई तरह की पूजा सामग्री देवी मां के नौं रूपों के लिए नवरात्रि के इन नौं दिनों में चाहिए होती है। अलग रंग के वस्र और परिधान हर देवी को अर्पित किये जाते हैं। इसके अलावा विशेष फूल और पत्तियां भी उनकी पूजा में चाहिए होती हैं। चलिए देवी मां की पूजा में जिन चीज़ों की जरूरत होती है उनके बारे में आज हम आपका बताते हैं।
जरुरी सामग्री कलश स्थापना के लिए
इन सामग्री की जरूरत आपको कलश स्थापना के लिए आवश्यक होती है। मिट्टी का कलश, दिया ढकने के लिए, जौ, मिट्टी, मौली, आम के पत्ते, नारियल, लौंग इलायची,रोली, कपूर,पान का पत्ता, सुपारी,अक्षत,फूल,फल, चावल या गेंहू ये चीज़ें चाहिए होती हैं।
श्रृंगार देवी मां के लिए
सोलह श्रृंगार की सामग्री नवरात्रि में देवी मां की पूजा में चाहिए होते हैं। लाल चुनरी, लाल चूड़ियां, सिंदूर, कुमकुम, मेहंदी, आलता और बिंदी, शीशा, कंघी, नेलपॉलिश यह चीज़ें सोलह श्रृंगार के अलावा चढ़ाई जाती हैं।
भोग व नवरात्रि पूजा के लिए
देवी मां के लिए जो भोग नवरात्रि पूजा के लिए बनाते हैं उसके अलावा फूल मखाना, मिठाई, मेवा, फल, इलायची, लौंग, मिश्री ये आवशयक होते हैं।
सामग्री अखंड ज्योति की
नवरात्रि के दौरान कई लोग अखंड ज्योति जलाते हैं तो इसके आप मिट्टी का बड़ा दिया लें, गाय का शुद्ध घी लें, रुई की बत्ती और चावल थोड़े से लें।
ये सामग्री हवन के लिए
नवरात्रि के नौवें दिन अधिकतर लोग हवन कराते हैं इसके लिए हवन कुंड, 9 जोड़े लौंग के लिए, कपूर, सुपारी, गुग्गुल, लोहबान, घी, पंचमेवा, चावल, आम की लकड़ी।
कन्या पूजा की सामग्री
चना, सूजी हलवे के लिए, शुद्ध आटे की पूड़ियां कन्या की पूजा के लिए सामग्री के रूप में चाहिए होती है। चुनरी या पोषक, दक्षिणा कन्या के लिए चाहिए होती है। आलता, कुमकुम पूजा के लिए और उपहार कन्याओं को देने के लिए चाहिए होते हैं।