कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन जारी है और इससे रोज कमाने खाने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं बेसहारा जानवरों पर भी लॉकडाउन का बुरा प्रभाव हो रहा है। इनकी परेशानियां आये दिन बड़ी होती जा रही हैं।
वैसे तो इनकी मदद आम लोग सामने आते जा रहे हैं और मदद कर रहे हैं। लेकिन इस दौर में अपना दर्द, अपनी भूख बेजुबान जानवर किसी को बता भी नहीं सकते। ऐसे में चेन्नई से एक खबर सामने आयी है इन्हीं बेजुबान जानवरों को यहां की महिला पुलिसकर्मी खाना खिला रही है।
बिस्कुट खिलाती हैं आवारा कुत्तों को
एक रिपोर्ट के अनुसार, जी सुभालक्ष्मी इस महिला पुलिसकर्मी का नाम बताया जा रहा है। यह महिला पुलिसकर्मी आवारा कुत्तों को रोजाना रात 11 बजे बिस्कुट खिलाती हैं और उनका पेट भर्ती हैं।
ये नेक काम करती हैं घर जाने से पहले
रोजाना रात को 11 बजे वह अन्ना स्केवयर से लेकर लेबर स्टैच्यु तक लगभग 100 से अधिक बिस्कुट आवारा कुत्तों को खिलाती हैं। जब ड्यूटी से घर जाती हैं वह तब यह नेक काम करती हैं। पिछले 24 मार्च से बिस्कुट इन कुत्तों को वह डाल रही हैं।
बड़ी प्यारी है वजह
इस मामले में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सुभालक्ष्मी ने कहा कि इस नेक काम के लिए उन्हें अपनी बेटी से प्रेरणा मिली। बता दें कि साल 2015 में जब बाढ़ आयी थी तब कई कुत्तों की जान उनकी बेटी V G Tamizh ने बचाई थी। इतना ही नहीं अपने दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने खाना भी इन कुत्तों को खिलाया था। उसके बाद अपनी बेटी का साथ सुभालक्ष्मी जी ने भी दिया। उन्होंने कुत्तों के लिए पानी भरकर पुलिस स्टेशन्स के बाहर रखवाया और उनको खाना भी कई पुलिस स्टेशन्स के बाहर डाला जाने लगा।
ध्यान रखती हैं बीमार कुत्तों का भी
उन्होंने आगे कहा कि, मुझे जो भी डॉगी सड़क पर बीमार दिखता है, उसकी फोटो मैं खींच लेती हूं और अपनी बेटी को भेज देती हूं। फिर उनका ट्रीटमेंट डॉक्टर्स की मदद से वो करवाती है। दरअसल सिर्फ कुत्तों को खाना देकर ही वह खुश नहीं होती बल्कि उसे कुत्तों से प्यार है। वो उनके साथ खेलती है। हमारे घर में भी तीन डॉगी हैं।
इन बिस्कुट खिलाने में एक सुकुन मिलता है
सुभालक्ष्मी ने कहा, इनको खाना मैं घर जाने से पहले खिलाती हूं। मैं कोशिश करती हूं कि कोई भी डॉगी भूखा ना रहे। उन्होंने आगे कहा, इनको खाना खिलाने में एक दिली सुकून मिलता है। मेरे बेटी को देखकर ही मुझे कुत्तों के प्रति लगाव हुआ।