श्रद्धालु दिवाली के बाद अब छठ का महापर्व बनाने में जुट गए हैं। छठ पूजा के दौरान लोग उन चीजों का इस्तेमाल करते हैं जो छठ मैय्या को बहुत पसंद हैं। छठ पूजा के लिए नदी और तालाब में कुछ लोग घाट बना रहे हैं वहीं अन्य लोग छठ पूजा के लिए पूजा की सामग्री और फलों की खरीदारी करने में जुटे हुए हैं।
छठ मैय्या के 6 फल सबसे प्रिय हैं अगर आप भी छठ पूजा बना रहे हैं तो इन फलों को जरूर पूजा में रखें। चलिए जानते हैं छठ मैय्या के 6 प्रिय फलों के बारे में-
1. नारियल
नारियल का महत्व छठ मैय्या की पूजा में बहुत होता है। छठ पूजा पर नारियल चढ़ाकर श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी होने की मन्नत मांगते हैं। यही वजल है हक कई नारियल लोग अपने डाले में रखते हैं। देवी लक्ष्मी का स्वरूप नारियल को माना गया है साथ ही इसे सबसे परम पवित्र फल भी मानते हैं। पवित्रता का महत्व छठ पूजा में बहुत होता है इसलिए नारियल को इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही कोई भी पशु या पक्षी नारियल को जूठा नहीं कर पाता है। इसी वजह से नारियल को अर्पित करने का विधान पूजा में होता है।
2. केला
छठ मैय्या को केला भी बहुत पसंद है। केले की खेती बिहार और पूर्वांचल में बहुत है। इसी वजह से छठ पूजा में आसानी से केला मिल जाता है। बता दें कि भगवान विष्णु को भी केला बहुत पसंद है। ऐसी मान्यता है कि विष्णु भगवान केले के पौधे में वास करते हैं। इसी वजह से केले को भी पवित्र फल माना गया है। केला जब कच्चा होता है तभी लोग तोड़ लेते हैं और इसे घर में पकाते हैं। दरअसल वह ऐसा इसलिए करते हैं ताकि केले को पशुु पक्षी जूठा ना कर सकें। छठ मैय्या को पवित्रता की वजह से केला बहुत पसंद है। लोग अपनी मनोकामना पूरी करने पर केले का घौद भी छठ मैय्या को भेंट करते हैं।
3. गन्ना
गन्ने का भी महत्व छठ पूजा में बहुत होता है। छठ पूजा के दिन शाम को कई जगहों पर गन्ने का घर आंगन में बनाते हैं और हाथी उसके नीचे रखकर छठ मैय्या की पूूजा करते हैं। माना जाता है कि ऐसे पूजा करने से आनंद और समृदि्ध छठ मैय्या भक्तों को देती हैं। गन्ने का आवरण भी सख्त है और इसे भी पशु पक्षी जूठता नहीं कर पाते और इसी वजह से गन्ना छठ पूजा में इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि गन्ने की पवित्रता के कारण वह छठ मैय्या को बहुत पसंद है। ईख से गुड़ का प्रसाद छठ में बनाया जाता है।
4. डाभ नींबू
डाभ नींबू सामान्य नींबू से थोड़ा बड़ा होता है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। इसी वजह से डाभ नींबू इसे कहा जाता है। डाभ नींबू मोटा होता है। पशु पक्षी डाभ नींबू को उसके आवरण के कारण जूठा नहीं करते। छठ मैय्या को डाभ नींबू बहुत पसंद है।
5. सुपारी
हिंदू शास्त्र में कहा गया है कि शुभ काम के लिए सुपारी बहुत अच्छी होती है। इतना ही नहीं पूजा का संकल्प भी पान सुपारी लेकर करते हैं। बहुत ही सख्त फल सुपारी है और इसे पुगीफलम् संस्कृत में कहते हैं। माता लक्ष्मी को सुपारी भी बहुत प्रिय है। पशु पक्षी सुपारी को इसके सख्त और आवरण की वजह से जूठा नहीं कर सकते। छठ मैय्या को सुपारी इन्हीं वजहों से चढ़ाया जाता है।
6. जल सिंघाड़ा
जल सिंघाड़ा जल में फलता है। इसी वजह से यह फल माता लक्ष्मी को बहुत पसंद है। रोगनाशक और शक्तिवर्धक जल सिंघारा को माना गया है। गुणकारी भी जल सिंघारा को आयुर्वेद में माना गया है। जल सिंघारा का आवरण भी मोटा है और पशु पक्षी इसे जूठा नहीं करते तभी यह छठ मैय्या को बहुत पसंद है।