छोटे बच्चों को सुलाने के लिए अक्सर मां लोरी गाती हैं। बच्चा अपनी मां के सबसे ज्यादा करीब होता है। इसी वजह से बच्चे के बिना कुछ कहे भी मां उसे सबसे अच्छे तरीके से जानती है। कई बार ऐसा होता है जब बच्चा बहुत तेज-तेज रोना शुरू कर देता है और फिर न वो अपने खिलौनों और न बाहर जाकर चुप होते हैं। इस दौरान मां ही होती है जो अपने बच्चे को गोदी में लेकर झट से चुप करा देती है। खासकर बच्चे तब जल्दी से चुप हो जाते हैं जब मां उन्हें गोदी में लेकर लोरी सुनाती है। मगर क्या आप इस बात से वाकिफ है बच्चों को लोरी सुनने के कई लाजवाब फायदे भी मिलते हैं। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कुछ बेनिफिट्स के बारे में। लोरी बच्चों को तीन कारणों से सोने में मदद करती है।
देबिना रोजाना करती हैं ये काम
अभिनेत्री देबिना कुछ दिनों पहले ही अपने पहले बच्चे की मां बनी है। ऐसे में एक्ट्रेस अक्सर बेटी से जुड़े अपडेट्स शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वो बेटी को गोद में लिए नजर आ रही हैं। खास बात इस बीच वह अपनी बेटी को सुलाने के लिए बंगाली भाषा में लोरी सुना रही हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए देबिना ने लिखा कि ‘एक बंगाली मां बंगाली लोरी गा रही है, हो सकता है कि आज मैं मातृभाषा का अर्थ और भी ज्यादा समझ पाऊं।’
बच्चे को लोरी सुनाने के लाभ…
1. भावनाओं को करे नियंत्रित
म्यूजिक बच्चों और बड़ों दोनों को सुनना काफी पसंद होता है, साथ ही ये भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब बच्चा सोते वक्त परेशान होता है तब समझ आता है कि माता-पिता उन भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद के लिए माता-पिता उसे लोरी सुनाते हैं। वहीं म्यूजिक कई तरह से आपकी भावनाओं को उत्तेजित कर सकता है। वहीं लोरी एक शांतिपूर्ण सोने के समय के लिए जरूरी भावनात्मक वातावरण बनाती है।
2. रूटीन बनाता है
लोरी भी काम करने में फायदा करती है, दरअसल वे सोने के समय की लाइफस्टाइल करने में मदद करती हैं। यही नहीं नींद विशेषज्ञ तो लगातार थके हुए पेरेंट्स को एक लाइफस्टाइल बनाने की सलाह देते हैं। रोज ऐसा करने से बच्चे के दिमाग को संकेत मिलता है कि सोने का समय हो गया है। ऐसे में बच्चा सोने के समय को बहुत आसानी से एक्सेप्ट कर सकता है।
3. बेबी हो जाता है रिलेक्स
लोरी सुनने से बच्चे को अच्छा प्रतीत होता है। यही वजह है कि वे ज्यादा आसानी से सो सकते हैं। जब बच्चा अचानक से डर जाता है तब उनकी हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसे में लोरी गाना और बच्चे को शांत करने के लिए उसके ब्लड प्रेशर को कम करने का अच्छा तरीका है।
4. मां के साथ बच्चे का रिश्ता मजबूत
मां और बच्चे के बीच स्ट्रांग बांड होने के पीछे न्यूरोसाइंस भी है। इसका संबंध ऑक्सीटोसिन नामक एक छोटे से हार्मोन से है। यह लोरी-समय के दौरान पॉप अप होता है। ऐसे में गाते समय ऑक्सीटोसिन निकलता है। गाने से प्रेरित ऑक्सीटोसिन जरूरी है क्योंकि ऑक्सीटोसिन को प्यार के हार्मोन और कडल हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है। इसी वजह से यह रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करता है।