पति की लंबी आयु के लिए रखे जाने वाला करवाचौथ का व्रत इस बार 17 अक्टूबर को है। करवाचौथ का निर्जला व्रत सुहागिन महिलाएं अपनी पति की दीर्घ आयु के लिए रखती हैं और रात को चांद को अध्र्य देकर अपना व्रत खोलती हैं। यह व्रत पूरे दिन भूखे-प्यासे रहकर रखा जाता है लेकिन ऐसे में कई सारी महिलाएं दिन में सो जाती है और ऐसा करने से कुछ भी अपशगुन होने के चांस होते हैं। तो आइए आप भी जान लें ऐसे कुछ अन्य कामों के बारे में जिसे करवाचौथ के दिन करने से बचना चाहिए।
1.करवाचौथ के दिन व्रत रखने वाली महिला को दिन के समय सोने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि व्रत में सोना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर से बरकत चली जाती है।
2.करवाचौथ के दिन पति से झगड़ा करने से बचना चाहिए। क्योंकि यह व्रत पति के लिए ही रखा जाता है और अगर आप उनसे लड़ाई-झगड़ा करती हैं तो आपको व्रत का फल नहीं मिलेगा।
3.व्रत के दौरान बड़े-बुजुर्गों का तिरस्कार नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर में दुख और दरिद्रता का वास होता है।
4.सुहागिन महिला को करवाचौथ के दिन सफेद और काले रंग के वस्त्र नहीं धारण करने चाहिए। क्योंकि यह नकारात्मकता का प्रतीक होती है।
5.करवा चौथ के दिन घर से सुहाग का सामान नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से पति की जान को खतरा रहता है। इसलिए इसे अपशगुन माना जाता है।
6.व्रत रखने वाली महिला को इस दिन किसी की चुगली और निंदा नहीं करनी चाहिए। चूंकि ये शुभ दिन होता है। ऐसे में अपशब्द कहने से व्रत का फल प्राप्त नहीं होता है।
7.करवा चौथ के दिन शादीशुदा महिला अपने सुहाग का सामान किसी और को न दें और ना ही किसी से लें। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि ऐसे में सुहाग बंट जाता है।
8.करवचौथ के दिन यदि घर में कोई सदस्य सो रहा है तो उसे अचानक उठाना नहीं चाहिए क्योंकि ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है।