जन्मदिन एक ऐसा दिन होता है जो सभी के लिए खास होता है। जीवन में आनंद और उत्सव के पलों के रूप में तीज-त्योंहार के साथ जन्मदिन भी विशेष महत्व रखता है और अपना जन्मदिन तो हर किसी के लिए महत्वपूर्ण होता है, लोग इस दिन का हफ्तों पहले से इंतजार करने लगते हैं। वैसे तो लोग अपने जन्मदिन पर हमेशा कुछ ना कुछ नया करते हैं। कुछ लोग अपने जन्मदिन पर दान भी करते हैं तो कुछ लोग गरीबों को खाना भी खिलाते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जन्मदिन से आपके आने वाले समय की दशा-दिशा तय होती है। ऐसे में इस दिन को मनाते वक्त अगर आप कुछ खास बातों का ध्यान रखेंगे, तो सालभर आपके ग्रह आपके अनुकूल रहेंगे।
बर्थडे के खास मौके पर लोग अक्सर सज-धज कर तैयार होते हैं। कुछ लोग नया लुक पाने के लिए मेकओवर भी करते हैं लेकिन अगर इसके साथ ही इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि जन्मदिन के दिन भूलकर कुछ कामों को नहीं करना चाहिए।
बाल या नाखून काटना : अपने जन्मदिन के दिन बाल या नाखून नहीं काटना चाहिए। दरअसल माना जाता है इसका बुरा प्रभाव व्यक्ति के उम्र पर पड़ती है और इससे उम्र बड़ी तेजी से कम होती है।
नॉनवेज यानि मांस-मछली खाना : बर्थडे पार्टी में तरह तरह के लजीज खाने के आइटम तो आम होते हैं पर कई लोग इस दिन जमकर नॉनवेज यानि मांस-मछली भी खाते हैं पर आपको पता होना चाहिए कि इस शुभ दिन मांसाहार करना आपके लिए बेहद गलत हो सकता है। ऐसा करने से आपको आने वाले समय में घातक बीमारियों और कलह का सामना करना पड़ सकता है।
मोमबत्ती को फूंक मारना : लोग केक पर मोमबत्ती लगाकर और उसे फूंक मारकर बुझाते हैं और फिर विश मांगते हैं, पर आपको ये पता होना चाहिए कि ऐसा करने से आप नरक यातना के हकदार बन सकते है। दरअसल हिंदू मान्यता के अनुसार किसी जलते दीपक या मोमबत्ती को फूंक मारकर बुझाना बेहद अशुभ होता है।
मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति नरक की यातनाओं का भोगी बनता है। इसलिए बेहतर ये है कि केक पर मोमबत्ती लगाने की बजाए आप अपनी उम्र के अनुसार यानि की जितनी आपकी उम्र है उतनी ही संख्या में मिट्टी का दीया या कैंडल ही किसी मंदिर या धार्मिक स्थल पर दान करें। इससे व्यक्ति के पूर्वजन्म के दोषों और कुप्रभावों से मुक्ति मिलती है।
किसी से वाद- विवाद करना : इस दिन किसी के साथ भी लड़ाई झगड़ा या किसी भी तरह का वाद विदाद भी नहीं करना चाहिए।
भारतीय संस्कृति में जन्मदिन को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इसीलिए जन्मदिन को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। ज्योतिषशास्त्र में भी जन्मदिन का बहुत महत्व है। जन्म के दिन, समय और स्थान के आधार पर ही व्यक्ति की वर्ष कुंडली बनती है। इसलिए जन्मदिन को बहुत ही खास तरीके से मनाना चाहिए।