सोना के आभूषण पहनना लगभग हर किसी को बहुत पंसद होता है। शादी-ब्याह से लेकर किसी भी काम में सोना पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। जहां एक ओर सोना पहनने से शोभा बढ़ती है तो वहीं हिंदू धर्म में सोने को एक पवित्र धातु भी माना जाता है। मान्यता यह भी है सोने को धारण कर लेने से इंसान के घर समृद्घि आने लगती है। वैसे अक्सर ऐसा भी बहुत बार अनजाने में होता है जब आप और हम सोना शरीर के किसी भी अंग में पहन लेते हैं और इसी वजह से हमें कई सारे नुकसान भी झेलने पड़ते हैं। तो क्या है शरीर में सोना पहनने के नियम आइए हम आपको बताते हैं।
1.पाचन तंत्र खराब
ज्योंतिष शास्त्र के मुताबिक कमर में कभी सोना नहीं पहना चाहिए। इससे आपका पाचन तंत्र खराब होने के पूरे-पूरे चांस होते हैं।
2.आती है कंगाली
कभी गलती से भी पैरों में सोने के आभूषण नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है। इससे आपको अपने जीवन में कंगाली भी देखने को मिल सकती है।
3.गुस्सा आना
शादी या किसी अन्य फंक्शन में महिलाएं सोने का मांग टीका पहनती हैं। लेकिन ध्यान रहें कभी भी सोने से बना ताज या ऐसा गहना न पहने जो सीधे सिर पर रखा जाए। ऐसा इस वजह से क्योंकि इससे मस्तिष्क में गर्म ऊर्जा प्रवाहित होती है। जिस वजह से इंसान को बहुत तेज गुस्सा आ सकता है।
4.दुर्भाग्य आना
ऐसे लोग जिनकी कुंडली में शनि ग्रह का प्रभाव ज्यादा है उन लोगों को सोना पहनने से बचना चाहिए। क्येांकि बृहस्पति और शनि की आपस में कभी नहीं बनती है और इसे पहन लेने से दुर्भाग्य आ सकता है।
5.बिजनेस में नुकसान
जो लोग लोहे,कोयले या अन्य किसी भी काली धातु का व्यापार करते हैं उन लोगों को भी सोना धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह सभी चीजें शनि से संबंधित होती हैं। ऐसा करने से बिजनेस में हानि हो सकती है।
6.मोटापे से पेरशान लोग
मोटापे से परेशान हुए लोगों को भी सोना नही पहनना चाहिए। क्योंकि ये मंगल ग्रह से प्रभाव को बढ़ा देता है। इससे शरीर और ज्यादा फूलने लगता है।
7.भाग्य कमजोर
तुला और मकर राशि के लोगों को कभी भी सोना धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि सोना पहनने से इन दोनों राशि के लोगों का भाग्य कमजोर होता है।
8.होता है बृहस्पति देव का अपमान
कुंडली में बृहस्पति का अच्छी स्थिति में नहीं होने पर भी सोना धारण करना अशुभ माना जाता है। ऐसे लोगों को भूलकर भी सोने की पायल या बिछिया नहीं पहननी चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो मतबल आप बृहस्पति देव का अपमान कर रहे हैं।