इस साल होलिका दहन 9 मार्च को किया जाएगा। वैसे इस बार होलिका दहन पर बेहद शुभ योग भी बनता दिख रहा है। इस दिन गुरु और शनि एक साथ सूर्य के नक्षत्र में दिखाई देंगे। वहीं ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि ऐसी शुभ स्थिति का निर्माण पूरे 499 साल बाद गुरु और शनि का निर्माण होने वाला है। इस वजह से जो भी लोग इस होलिका दहन में सच्चे मन से पूजा करेगा उसकी सभी मनोकामनाएं जल्द ही पूर्ण होंगी।
होलिका दहन की पूजा विधि
होलिका दहन शुरू हो जाने पर स्थान पर पहुंचे और अग्नि को प्रणाम करें। इसके साथ ही भूमि पर जल डालें। इसके बाद इस अग्नि में आप गेंहू की बालियां,गोबर के उपले और काले तिल चढ़ाए।
अब अग्नि की परिक्रमा कम से कम तीन बार करें। ये सब कुछ कर लेने के बाद अग्नि को प्रणाम करके अपनी मनोकामनाएं कहें। अब होलिका दहन की राख को खुद को और बाकी घर के लोगों को तिलक लगाएं।
इच्छा पूर्ति के लिए होलिका की अग्नि में करें ये चीजें अर्पित…
1.अच्छे स्वास्थ्य के लिए काले तिल के दोन अग्नि में चढ़ाए।
2.बीमारी से छुटकारा पाने के लिए हरी इलाइची और कपूर अर्पित करें।
3.धन लाभ के लिए होलिका दहन के वक्त चन्दन की लकड़ी अर्पित करें।
4.नौकरी के लिए पीली सरसों दान करें।
5.होलिका की अग्नि में विवाह और वैवाहिक परेशनियों से छुटकारा पाने के लिए हवन सामग्री चढ़ाए।