दुनिया में तरह-तरह के लोग रहते हैं और जो अलग-अलग भगवानों को मानते हैं। ऐसे में दुनियाभर में अलग-अलग देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं। मगर क्या आपने कभी डिवोर्स टेम्पल के बारे में सुना है? सुनने में बेशक अजीब लग रहा हो। लेकिन ये सच है दुनिया के एक देश में ऐसा अनोखा तलाक मंदिर भी है। यहां वो महिलाएं जाती हैं, जो अपने पतियों से परेशान हैं।
जी हां, ये सच है दुनिया में एक तलाक मंदिर भी है और खास बात ये है कि ये मंदिर जापान के कामकुरा शहर के कानागावा प्रांत में स्थित है। इस मंदिर को मात्सुगोका टोकेई-जी के नाम से स्थापित किया गया था और 600 साल पुराने इस मंदिर को टेकोजी मंदिर के नाम से जाना जाता है। ये बौद्ध मंदिर उस दौर का है, जब महिलाओं के कोई अधिकार नहीं होते थे।
साल 1285 में बौद्ध नन काकुसन शिदो-नी ने इस मंदिर की स्थापना की थी। जापान में उस वक्त तलाक का कोई प्रावधान तक नहीं था। सालों पुराना ये मंदिर ऐसी कई महिलाओं का आवास रहा है, जिन्होंने घरेलू हिंसा का शिकार हुई हैं। उस समय जो महिलाएं अपनी शादी में खुश नहीं होती थीं, तो ये मंदिर उन्हे शरण देने का काम करता था। जब महिलाएं यहां ठहरने लग गई, तो धीरे-धीरे इस मंदिर भी सुरक्षित ठिकाने के तौर पर देखा जाने लगा।
इस दौर में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित संस्था के रूप में प्रसिद्ध हुआ ये मंदिर आज भी काफी फेमस है। धीरे-धीरे यहां आने वाली महिलाओं को टेकोजी मंदिर से आधिकारिक रूप से महिलाओं को तलाक का सर्टिफिकेट मिलने लगा। जिसे सूफुकु-जी के नाम से जाना जाता है। इस सर्टिफिकेट से महिलाओं को शादी से कानूनी तौर पर आजादी मिली।
मंदिर की बात करें तो अंदर से ये मंदिर बहुत सुंदर बगीचों से घिरा हुआ है और इसकी संरक्षित वास्तुकला की खूब तारीफ होती है। आज भी बिना किसी देवी-देवता की मूर्ति वाला ये अनोखा मंदिर बिना किसी स्वार्थ के अपने काम को कर रहा है। मगर फिर भी कुछ लोग इसे काकेकोमी डेरा, संबंधों को तोड़ने वाली जगह और भगोड़ी महिलाओं का मंदिर या तलाक मंदिर जैसे नामों से पुकारते हैं।