हम में से ज्यादातर लोग अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार किसी न किसी कारण से अस्पताल गए होंगे। कई बार ऐसे समय आता है जिसमे आपको सर्जरी करवाना जरुरी होता होगा। आपने देखा होगा कि सर्जरी से ठीक पहले डॉक्टर हरे रंग के कपड़े में तैयार हो जाते है। लेकिन क्या आपने सोचा है केवल हरा ही क्यों, कोई अन्य रंग क्यों नहीं? इसके पीछे विज्ञान बताया जा रहा हैं। लगभग सभी चीजों में कुछ न कुछ विज्ञान होता है। आज आप भी जान ले कि क्यों सभी डॉक्टर सर्जरी करते वक्त हरा कपड़ा ही पहनते है।
आपने ध्यान दिया होगा कि जब आप रोशनी से भरी जगह से अंधेरे कमरे में प्रवेश करते हैं और हरे या नीले रंग के संपर्क में आते हैं तो आप बेहतर महसूस करते हैं। ऑपरेशन रूम में डॉक्टर भी इसी चीज से गुजरते हैं। एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एक सोशल मीडिया यूजर ने ऐसे कई सवालों का जवाब दिया। शख्स ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि हरे और नीले रंग प्रकाश के स्पेक्ट्रम पर लाल रंग के विपरीत होते हैं; और ऑपरेशन के दौरान सर्जन का ध्यान ज्यादातर लाल रंग पर ही रहता है।
कपड़े का हरा और नीला रंग न केवल एक सर्जन की देखने की क्षमता को बढ़ाता है बल्कि उसे लाल रंग के प्रति अधिक संवेदनशील भी बनाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार सर्जरी के दौरान हरा कपड़ा आंखों को थोड़ा आराम देता है। बीएलके सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल दिल्ली में काम करने वाले ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दीपक नैन, जिन्हें दुनिया का पहला सर्जन माना जाता है, ने आयुर्वेद में सर्जरी के दौरान हरे रंग के इस्तेमाल के बारे में लिखा है।
इसका कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं है। सर्जरी के दौरान डॉक्टर अक्सर नीली और सफेद वर्दी भी पहनते हैं। लेकिन इस पर खून के धब्बे भूरे रंग के दिखाई देने के कारण हरे रंग को प्राथमिकता दी जाती है। डॉक्टरों ने लंबे समय तक नीली या हरी वर्दी पहनी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने हमेशा ऐसा ही किया है। डॉक्टरों और अस्पताल के सभी कर्मचारियों ने सफेद वर्दी पहना करते थे। लेकिन एक डॉक्टर ने 1914 में इसे बदलकर हरा कर दिया। तब से यह पहनावा लोकप्रिय हो गया। आजकल कुछ डॉक्टर भी नीले रंग के कपड़े पहनते हैं।