नवरात्रि के त्यौहार के बाद 10 वें दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहरा दशहरा मनाया जाता है। दशहरा लोग खूब हर्षो उल्लास के साथ मनाते हैं। इस दिन देश के कोने-कोने में रावण दहन किया जाता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि इस बार दुनिया का सबसे ऊंचा रावण कहां बन रहा है। नहीं ना…तो आइए आपको बतातें हैं जगह और इस ऊंचे रावण की खासियतों के बारे में…
इस बार भी चुडीगढ़ के धनास में दुनिया का सबसे बड़ा रावण का पुतला लोगों को काफी ज्यादा आकर्षित कर रहा है। ये पुतला करीब 221 फुट का बना है। इस रावण के पुतले को बनाने वाले अंबाला के बराड़ा निवासी राणा तेजिंदर सिंह चौहान ने बताया कि बहुत बार तो ऐसा होता है जब लोग सुबह-सुबह ही इस पुतले की लंम्बाई देखने के लिए पहुंच जाते हैं। जब कारीगर सो रहे होते हैं।
यहां पहुंचकर लोग इस रावण के पुतले के ढाल,छत्र,जूते आदि चीजों की जानकारी लेते हैं। बता दें कि इस रावण के पुतले के लिए 2 लाख 50 हजार वर्ग फीअर जगह को पहले से ही रिजर्व कर लिया गया है। सबसे खास बात इस रावण के पुतले का दहन रिमोट कंट्रोल से किया जाएगा।
वहीं ब्लास्ट के लिए 20 प्वाइंट बनाए गए हैं। सबसे पहले छत्र में इसके बाद ताज और राजहंस फिर रावण के बाईं-दाईं ओर उसके बाद चेहरे पर फिर तलवार नाभि और जूते। आखिर में जूते में ऊपर की ओर ब्लास्ट होगा।
रावण का पुतला बनाने वाले कारीगारों का कहना है कि ये रावण सबसे ऊंचा होने के साथ हैंडसम भी होगा। इस रावण को खड़ा करने के लिए करीब 300 लोगों मौजूद थे। इस रावण को बनाने में 3 हजार मीटर कपड़ा लगा है। इसके साथ ही इस पुतले का वजन 70 क्विंटल होगा।
केवल रावण के चेहरे का वजन ही साढ़े तीन क्विंटल है। इस पुतले में एक क्विटर पटाखे भी रखे गए हैं। जिन्हें तमिलनाडु से मंगाया गया है। इसके साथ ही रावण का चेहरा फाइवर ग्लास का बनाया गया है।
इस पुतले में 2500 मीटर जूट के मैट का इस्तेमाल किया गया है साथ ही 24 फुट के 500 बांस का प्रयोग हुआ है। इस रावण पर करीब 35 लाख से ज्यादा का खर्चा आया है। वहीं इस लंबे-चौड़े रावण को देखने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आएंगे।