जीवन में सब कुछ सही चले इस बारे किसी को कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में कई सारे लोग जिनका रोज कोई न कोई नुकसान हो जाता है और लाख कोशिशें करने के बावजूद भी कार्य में सफलता हासिल नहीं हो पाती है। इसका एक कारण यह भी होता है कि उन पर शनि भारी रहता है। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो आपको शनि महाराज को शांत करने के लिए बातये गए इन उपाए के साथ शनिदेव की विशेष विधि से पूजा कर न्याय के देवता को प्रसन्न करने की कोशिश जरूर करनी चाहिए।
शनिवार का दिन शनिदेव की आराधना का दिन माना जाता है। मान्यता है कि शनिदेव अच्छे कर्म करने वालों को शुभ फल देते हैं और बुरे काम करने वाले लोगों को शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। लेकिन खास बात यह है कि शनि देव अगर किसी व्यक्ति के ऊपर प्रसन्न हो जाएं तो उस व्यक्ति का जीवन पूरी तरह बदल जाता है। शनि महाराज को प्रसन्न करना बेहद आसान है। तो आइये बताते हैं शनिवार के दिन शनिदेव कि किस पूजन विधि से प्रसन्न किया जाए।
ऐसे करें शनिवार को पूजा
-शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लेने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनकर पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें और फिर लोहे से बनी शनि देवता की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं और मूर्ति को चावलों से बनाए चौबीस दल के कमल पर स्थापित करें।
-अब काले तिल, फूल, धूप, काला वस्त्र व तेल आदि इन सभी चीज़ों से शनिदेव की पूजा करें। पूजा करते समय शनि के दस नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर।
-पूजा समाप्ति के बाद पीपल के पेड़ के तने पर सूत के धागे से सात परिक्रमा करें। अब शनिदेव का मंत्र (शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे। केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव) पढ़ते हुए प्रार्थना करें।
भूल से भी शनिवार को नहीं करें ये काम…
1.शनि की विशेष कृपा पाने के लिए,इस दिन आपको नाखून या बाल नहीं कटवाने चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो शनिदेव आपसे रूठ सकते हैं।
2.शनि को खुश रखने के लिए इस दिन भूल से भी जानवरों पर अत्याचार नहीं करें। हो सके तो शनिवार को कुत्तों, गाय, बकरी आदि पशु-पक्षियों को रोटी खिलाएं। बता दें कि शनिदेव को जानवरों से विशेष लगाव है।
3.शनिवार को घर पर कोई भी लोहे की वस्तु नहीं लाएं। क्योंकि इस दिन लोहे का कोई भी समान लेना अशुभ माना जाता है। साथ ही इसे खरीदने से घर में दुर्भाग्य आता है।