सनातन धर्म में गंगा को देवी माता का दर्जा प्राप्त है। मान्यता है कि ये भगवान विष्णु के चरणों से निकलकर पृथ्वी में आई हैं। जिसके लिए भगवान श्रीराम के पूर्वजों ने बेहद कठीन तपस्या की थी, तब कहीं जाकर वे देवी मां गंगा का धरती में लाने पर सफल हो पाए थे। इसलिए गंगाजल का हिन्दू में धर्म बहुत मान्यता है। इसके स्पर्श मात्र से बहुत सारे काम ठीक हो जाते है। धार्मिक मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से पाप धुल जाते है तो स्पर्श से स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
हिन्दू धर्म में गंगाजल से जुड़े अनेक टोटके प्रचलित हैं। जिसे करने से धन लाभ होता है और भाग्य खुल जाता है। घर के वास्तुदोष से आ रही समस्या दूर होती है।
अगर जीवन में धन और नौकरी संबंधी समस्याएं हों तो भोलेनाथ को नियमित रुप से तांबे के पात्र में गंगा जल मिलाकर जल चढ़ाये।
यदि घर में वास्तुदोष है और आप उससे परेशान रहते हों तो अपने घर में नियमित गंगाजल का छिड़काव करें। ऐसा नियमित करने से वास्तु दोष का प्रभाव खत्म हो जाता है और घर पर सकारात्मक ऊर्जा आती है। घर में गंगाजल का सदैव छिड़काव करना चाहिए।
पारिवारिक सदस्यों में क्लेश रहता है तो प्रतिदिन सुबह सारे घर में गंगा जल का छिड़काव करें।
यदि किसी व्यक्ति या बच्चे को नजर लग गयी है तो उस पर आप गंगा जल के छींटे मारकर नजर के दुष्प्रभाव को काफी कम कर सकते है।
हर शनिवार एक लोटे में साफ जल भरें और उसमें थोड़ा सा गंगाजल डाल लें ये जल पीपल को चढ़ाएं ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है।