कुछ लोग हमसे ईर्ष्या के कारण दुश्मनी मानने लगते हैं। ऐसे लोग हमेशा हमारा अहित चाहते हैं। मौका मिलने पर कभी-कभी ये शत्रु हमारे ऊपर हावी होने लगते हैं। शत्रुता का कारण कुछ भी हो लेकिन शत्रुओं के कारण हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
होली व दीवाली ऐसे विशेष अवसर हैं जब हर प्रकार की साधनाएं,तांत्रिक क्रियाएं तथा छोटे छोटे उपाय भी सार्थक हो जाते हैं। ये सभी उपाय होलिका दहन में किए जाते हैं। आप अपने इलाके में पहले से ही देखकर रखें कि होलिका किस मंदिर में पूरे अनुष्ठान से प्रज्जवलित की जाएगी ,वहां निर्धारित समय पर पहुंच जाएं और अपनी समस्याओं के अनुसार उपाय करें।
अगर किसी ने आप पर कोई टोटका किया है तो होली की रात जहां होलिका दहन हो, उस जगह एक गड्ढा खोदकर उसमें 11 अभिमंत्रित कौड़ियां दबा दें। अगले दिन कौड़ियों को निकालकर अपने घर की मिट्टी के साथ नीले कपड़े में बांधकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। जो भी तंत्र क्रिया आप पर किसी ने की होगी वह नष्ट हो जाए।
अगर आपका कोई शत्रु आपके पीछे पड़ा हुआ है और किसी भी तरह से आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है तो उससे छुटकारा पाने के लिए होली के दिन हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए। नियमित रूप से हनुमान जी को गुड़ या बूंदी का भोग लगाना चाहिए और हनुमान जी को लाल गुलाब के फूल अर्पित करने चाहिए। इसके अलावा इसके अलावा बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। इससे आपको शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है।
यदि कोई अपने दुश्मन को शांत करना चाहता है तो होली के दिन 38 दाने काली उड़द की दाल के और 40 चावल के दाने मिलाकर किसी गड्ढे में मिला दें। इसके ऊपर नीबू को निचोड़ दें। नीबू को निचोड़ते समय लगातार अपने शत्रु का नाम लेते रहें। इस उपाय के प्रभाव से आपका शत्रु शांत होगा और आपको कुछ भी अहित नहीं कर पाएगा।