आप और हम सभी लोग इस बात से वाकीफ हैं कि दीवाली के त्योहार के बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा। लेकिन अगर आप भी शादी की तैयारियों में जुटे हुए हैं और काफी ज्यादा मोज मस्ती करने का प्लान कर रहे हैं तो इस बार जरा ध्यान से जनाब जी हां ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस बार आपको यह मोज मस्ती थोड़ी भारी पड़ सकती है। क्या पता आपकी जेब कब में ढीली हो जाए।
क्योंकि अब पहले जैसा माहौल रहा नहीं है क्योंकि सरकार द्वारा अब काफी ज्यादा सख्ती के साथ कुछ कानून लागू कर दिए गए हैं। तो आपके लिए भी अब यही बेहतर होगा कि आप भी इन नियमों पर एक बार नजर जरूर डाल लें। अगर आप भी उनमें से हैं जो सरकार के इन नियमों का पालन नहीं करते तो आपकी शादी की खुशियों के रंग में भंग पडऩे के पूरे-पूरे चांस हैं।
1.प्लास्टिक पर रोक
इन दिनों पीएम मोदी सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक को लेकर काफी गंभीर हैं। अब कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मौकों पर उन्होंने इस पर पूरी तरह से बैन कर देने की बात कह दी है। प्लास्टिक बैन का प्रचार 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के मौके पर किया गया था। यदि शादी के दौरान प्लास्टिक मिल जाती है तो उसे जब्त कर लिया जाएगा। वहीं ज्यादा मात्रा में मिलने पर आयोजक के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
2.सड़क पर जाम
अब पहले जैसा वाला नहीं रहा कि आप पूरी सड़क पर नाचते-गाते,हंसी-खुशी बरात लेकर जा रहे हैं। जी हां क्योंकि आपको इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि आपकी वजह से पीछे जाम तो नहीं लगा हुआ है। क्योंकि इसमें कुछ जरूरतमंद लोग भी फंसे हो सकते हैं। कई बार तो आलम ऐसा होता है कि इस जाम में खुद दूल्हा ही फंस जाता है। यदि ऐसा कुछ भी होता है तो पुलिस आपको गिरफ्तार कर सकती है।
3.बंद करनी होगी आतिशबाजी
हल्की ठंड के इस मौसम में कई तरह से हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। यही नहीं दिल्ली-एनसीआर में तो इसे कम करने को लेकर कई सारी कोशिशे भी की जा रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए शादी-समारोह के दौरान सरकार ने आतिशबाजी को बंद कर दिया है। अगर कहीं भी आतिबाजी होती देखी जाती है तो आयोजक पर मामला दर्ज किया जाएगा।
4.बिल्कुल बंद हर्ष फायरिंग
सरकार ने शादी ही नहीं बल्कि दूसरे मौकों पर भी हर्ष फायरिंग पर पूरी तरह से रोकथाम की हुई है। यदि कहीं किसी समारोह में हर्ष फायरिंग होती दिखती है तो बैंक्वेट हॉल संचालक और समारोह के आयोजक पुलिस को सूचना देंगे।
लेकिन पुलिस को अगर इस बारे में कोई और सूचना देता है या फिर बाद में वीडियो सामने आता है या हर्ष फायरिंग के दौरान किसी की मौत या कोई घायल होने के बारे में छिपाया जाता है तो संचालक और आयोजक के खिलाफ कड़ी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।