हरियाली तीज इस साल 23 जुलाई गुरुवार यानी आज मनाई जा रही है। हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाते हैं। हिन्दू धर्म के अनुसार, भगवान शिव से माता पार्वती का इस दिन पुनर्मिलन हुआ था। अपने पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं आज के दिन व्रत रखती हैं और विधिपूर्वक पूजा अर्चना माता पार्वती एवं भगवान शिव शंकर की करती हैं। चलिए आपको बताते हैं इस साल हरियाली तीज का क्या है शुभ मुहूर्त?
ये है हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी 22 जुलाई बुधवार को शाम 7 बजकर 22 मिनट से शुरू हो गया है और 23 जुलाई गुरुवार की शाम 5 बजकर 3 मिनट तक होगा।
23 जुलाई को दोपहर 12:00 बजे से 12:55 तक अभिजीत मुहूर्त है। जबकि 23 जुलाई को दोपहर 3:29 बजे से 4:59 तक अमृत काल है। 23 जुलाई को दोपहर 2:44 बजे से दोपहर 3:39 बजे तक विजय मुहूर्त है।
23 जुलाई को 2 बजकर 10 मिनट से दोपहर 3 बजकर 52 मिनट तक राहुकाल है। वैसे तो राहुकाल का दोष शिव और शक्ति की पूजा में नहीं मानते हैं।
ये है हरियाली तीज का पूजा मंत्र
देहि सौभाग्य आरोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
पुत्रान देहि सौभाग्यम देहि सर्व।
कामांश्च देहि मे।।
रुपम देहि जयम देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
ये है हरियाली तीज की पूजा विधि
माता पार्वती तथा भगवान शिव की पूजा सुहागन महिलाएं आज के व्रत रखकर करती हैं। सुहागिन महिलाएं स्नान के बाद मायके से आए हुए कपड़े आज के दिन पहनती हैं। एक चौकी पर माता पार्वती, भगवान शिव तथा गणेश जी की प्रतिमा को पूजा के दौरान स्थापित करते हैं।
इसके बाद 16 श्रृंगार की सामग्री, साड़ी, अक्षत्, धूप, दीप, गंध आदि माता पार्वती को अर्पित करते हैं। उसके बाद भांग, धतूरा, अक्षत्, बेल पत्र, श्वेत फूल, गंध, धूप, वस्त्र आदि भोलेनाथ को चढ़ाते हैं। फिर गणेश जी की पूजा अंत में करें। फिर हरियाली तीज की कथा सुने और भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।